नवादा के उत्पाद विभाग के साहब की देख लीजिए रोबाब, खुद नहीं लगाते सीटबेल्ट, दूसरे को देते हैं नसीहत

नवादा जिले के रजौली चेक पोस्ट प्रतिदिन कई लोगों पर फाइन किया जाता है
सवाल पूछने पर गाड़ी में ढूंढने लगे कहां है सीट बेल्ट
नवादा। सीट बेल्ट नहीं पहनने पर पुलिसवाले लोगों पर जुर्माना लगाने पर पीछे नहीं रहते हैं। लेकिन खुद वह इसका कितना पालन करते हैं, इसकी सच्चाई भी सामने आ गई, जब वर्दीवाले साहब से सीट बेल्ट के बारे में पूछा गया तो परेशान हो गए और अपनी नाराजगी करने लगे। बाद में बिना सीट बेल्ट लगाए ही गाड़ी में आगे बढ़ गए।
बिना सीट बेल्ट लगाए गाड़ी में सफर करनेवाले इन अधिकारी का नाम रामप्रीत कुमार है। इनका परिचय यह है कि वह उत्पाद विभाग में इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्त हैं अथार्त विभाग की पूरी जिम्मेदारी इनके कंधे पर है। इनको गाड़ी में बिना सीट बेल्ट लगाए ही कुछ मीडियाकर्मियों ने पकड़ लिया और उनसे सवाल पूछना शुरू किया। जवाब में पहले तो उन्होंने नाराजगी जाहिर की। फिर अपनी सीट पर बेल्ट खोजने लगे। महाशय को साहब को यही नहीं पता किस सीट बेल्ट राइट में होता है या लेफ्ट में
कहा गाड़ी चलेगी तो लगाउंगा
हालांकि वह कहते हैं कि जब गाड़ी चलती है तब लगाया जाता है सीट बेल्ट लेकिन जब गाड़ी उनकी खुलती है तो वह खुद भी नहीं लगाते हैं सीट बेल्ट और फिर वह चलते बनते हैं। जब उनसे यह भी सवाल किया जाता है कि आप के ड्राइवर ने भी सीट बेल्ट नहीं लगाया है तो उन्होंने ड्राइवर को तुरंत आदेश देते हैं और सीट बेल्ट लग जाते हैं लेकिन वह खुद अपने वर्दी का रौब दिखाते हुए सीट बेल्ट नहीं लगाते हैं।
आपको बताते चलें कि जिला प्रशासन के द्वारा प्रतिदिन बाइक चेकिंग अभियान व सीट बेल्ट के प्रति आम लोगों पर कार्रवाई की जाती है लेकिन क्या इन अधिकारियों पर कार्रवाई की जा सकती है। वहीं इस मामले पर माले के नेता भोलाराम ने कहा है कि उत्पाद अधिकारी बड़े लोगों को शुभ लाभ के आधार पर चेक पोस्ट से शराब लेकर चले जाते हैं लेकिन छोटे लोग को झूठा शराब के मुकदमे में फंसाया जाता है यही है उत्पाद विभाग की खेल