PATNA: राजनीति भी अजीब है. सत्ता में रहने पर महिला का अपमान भी अच्छा लगता है. विपक्ष में आ जाने पर कथित अपमान मे राजनीति दिखती है. नेताओं-नेत्रियों के लिए मलाई खाने के दौरान अपमान में भी सम्मान प्रदर्शित होता है. तभी तो आंखों के सामने भरी सभा में दल की महिला विधायक का राजा के द्वारा कथित तौर पर अपमान हुआ. लेकिन मीटिंग हॉल में मौजूद सभी महिला-पुरूष माननीय चुप रहे थे. वो माननीया भी चुप रहीं जो आज एक महिला के कथित अपमान पर राजा से इस्तीफा मांग रही हैं. वो माननीया तब सरकार में तीसरे नंबर पर थीं. तब मुंह नहीं खोला था..खोलतीं भी कैसे तीसरे नंबर की कुर्सी जो मिली थी. राजा का विरोध करने पर कुर्सी जाने का जो खतरा था.
हद है...मलाई खाने के दौरान अपमान में भी सम्मान ?
दरअसल, चार दिन पहले एक सरकारी कार्यक्रम में राजा ने एक महिला एंकर का बॉडी स्पर्श कर ''आपका भी अभिनंदन'' कह दिया. वीडियो सामने आने के बाद तरह-तरह की प्रतिक्रिया सामने आने लगी. वीडियो तेजी से वायरल हो गया. लोग अपने-अपने हिसाब से अर्थ लगाने लगे. अगले दिन राजा के पुराने मित्र ने बड़ा हमला बोल दिया. उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि राजा यौन कुंठा ग्रस्त हैं. अगर सत्ताधारी दल ने अपना नेता नहीं बदला, तो लज्जित करने वाली बड़ी घटना संभव है. राजा के पुराने मित्र के इस आक्रमण के बाद राजनीति में और गर्माहट आ गई. इसके बाद विपक्ष की एक नेत्री जो कभी सरकार में तीसरे नंबर पर थीं. अगले दिन वो भी सामने आ गईं. महिला एंकर के बहाने राजा पर हमला करने का उन्हें एक मौका मिल गया था. बजाप्ता खबरनवीसों को बुलवा लिया. एंकर के समर्थन में अपनी बात कही और राजा से इस्तीफे की मांग कर दी. लेकिन यही बात उनके गले की फांस बन गईं. उन्होंने सोचा नहीं था वो हो गया. लिहाजा सवाल सुनते ही माननीया के होश फाख्ते हो गए और बिना जवाब दिए ही उठ कर चल दीं.
प्रेस कांफ्रेंस करना पड़ा महंगा
पार्टी दफ्तर में खबरनवीसों ने माननीया से पूछ दिया, आप तब कहां थीं जब राजा ने आपकी पार्टी के एक महिला विधायक के बारे में कहा था, ''आप बहुत खुबसूरत हैं'' . तब आपलोगों ने क्यों नहीं विरोध किया था ? तब तो आप सरकार में बड़े पद पर थीं. क्या उस समय एक महिला का अपमान नहीं हुआ था ? किस मजबूरी में आपलोग चुप रही थीं ? इन तमाम सवालों को सुनकर माननीया मंच से उठकर निकलने में ही अपनी भलाई समझीं. बता दें, विपक्ष की माननीया न सिर्फ सरकार में तीसरे नंबर पर थीं, बल्कि विधायक दल की उप नेता की जिम्मेदारी संभाल रही थी. अब विपक्षी पार्टी की विधायक हैं.