पटना. हवाई यात्रियों की तादाद में लगातार हो रही वृद्धि के कारण पटना के जयप्रकाश नारायण हवाई अड्डे को बिहटा स्थानांतरित करने की बड़ी बाधा दूर हो गई है. दरअसल बिहटा में प्रस्तावित और निर्माणाधीन हवाई अड्डे को लेकर पिछले कुछ समय से एक नया विवाद छिड़ गया था. बिहटा में निर्माण को लेकर हो रही देरी के बीच भाजपा सांसद राजीव प्रताप रुड़ी ने बिहटा की जगह सारण में नया हवाई अड्डा बनाने का सुझाव दिया था. इसे लेकर उन्होंने बिहार के सीएम नीतीश कुमार के साथ ही केंद्र सरकार से भी आग्रह किया था. हालांकि अब नीतीश सरकार ने साफ कर दिया है कि पटना का नया हवाई अड्डा बिहटा में ही बनेगा और इसे सारण स्थानांतरित करने की कोई योजना नहीं है.
बिहार सरकार की ओर से इस संबंध में केंद्रीय नगर विमानन मंत्रालय को पत्र भेजा गया है. राज्य सरकार ने कहा है कि पटना एयरपोर्ट के विकल्प के रूप में बिहटा में नए एयरपोर्ट के निर्माण की स्वीकृति पहले ही दी जा चूकी है. बिहटा में सिविल इनक्लेव एवं संयुक्त परिचालन के लिए राज्य सरकार द्वारा 108 एकड़ भूमि अधिकृत की गई है. बावजूद इसके निर्माण कार्य आरंभ नहीं किया गया है. निर्माण में हो रहे विलंब को लेकर राज्य सरकार ने चिंता जताई है.
बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी की ओर से केंद्र को लिखे पत्र में कहा गया है कि बिहटा एयरपोर्ट के विस्तार के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के साथ हुई बैठकों में राज्य सरकार के द्वारा प्रस्तावित विकल्पों में विकल्प ए को प्राधिकरण द्वारा उपयुक्त माना गया. इसी के तहत छह दिसंबर, 2018 को नगर विमानन मंत्रालय, भारत सरकार के अनुरोध के अनुरूप बिहार सरकार द्वारा सम्यक विचारोपरांत बिहटा हवाई अड्डा के विस्तार एवं निर्माण के लिए 108 एकड़ भूमि उपलब्ध करा दी गई है.
उन्होंने कहा है कि नागर विमानन मंत्रालय के सचिव द्वारा पटना एयरपोर्ट के विकल्प के रूप में बिहटा या सारण के लिए राज्य सरकार से मंतव्य मांगा गया था. हालांकि मंत्रिमंडल सचिवालय ने अक्टूबर, 2020 में स्पष्ट मंतव्य दिया था कि बिहटा में सिविल इनक्लेव का निर्माण एवं संयुक्त परिचालन के लिए राज्य सरकार द्वारा बिहटा में उपलब्ध कराई गई भूमि पर निर्माण संबंधी कार्रवाई प्रारंभ की जाए.
राज्य सरकार ने बिहटा और सारण में किस जगह निर्माण हो इसे लेकर नागर विमानन मंत्रालय के सुझाव मांगने पर साफ किया है कि पहले ही बिहटा के नाम पर सहमती हो चूकी है. साथ ही वहां भूमि अधिग्रहण भी किया गया है. ऐसे में सारण की कोई बात ही नहीं है.
सूत्रों के अनुसार केंद्र सरकार की ओर से सारण से भाजपा सांसद राजीव प्रताप रुड़ी के अनुरोध पर ही बिहार सरकार से बिहटा और सारण में विकल्प मांगा गया था. रुड़ी लम्बे समय से सारण में हवाई अड्डा बनाने के लिए पक्ष रखते रहे हैं. हालांकि अब बिहार सरकार ने उनकी मांग को सिरे से ख़ारिज कर दिया है. अगर बिहटा में निर्माण कार्य जल्द शुरू होता है तो अगले कुछ सालों में वहां से विमान परिचालन शुरू हो जाएगा.