शिक्षा विभाग का बड़ा ऐलान, एक लाख 38 हजार शिक्षकों की जल्द होगी बहाली, TET-STET पास अभ्यर्थियों की वैधता बढाई गई

News4Nation: बिहार में प्राइमरी और सेकेंडरी शिक्षा को दुरुस्त करने में नीतीश सरकार अपने पहले कार्यकाल से हीं लगी हुई है. नियोजित शिक्षकों के खाली पदों को भरा जा रहा है.
राज्य सरकार ने खाली पड़े शिक्षकों के पद पर नियोजन को लेकर आज बड़ा ऐलान किया है. अब 1लाख प्राइमरी शिक्षक और 38 हजार सेकेंडरी शिक्षकों की भर्ती जल्द कर ली जाएगी. जुलाई महीनें में 8 वीं कक्षा तक के शिक्षकों को नियोजित करने के लिए शिड्यूल जारी किया जाएगा।वर्तमान में हाईयर सेकेंड्री में शिक्षकों के नियोजन का पांचवा चरण चल रहा है।अगले महीने यानि जुलाई में छठा चरण शुरू होगा।उसी के साथ प्राईमरी स्कूलों में भी नियोजन की तारीख घोषित कर दी जाएगी।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्यसचिव आरके महाजन ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि राज्य सरकार ने 2012 में उतीर्ण टीईटी-एसटीईटी पास अभ्यर्थियों को बड़ी राहत दी है।
साल 2011 और 2012 में पास टीईटी परीक्षा पास अभ्यर्थियों के लिए बड़ी राहत की खबर है. सरकार ने उनकी डिग्री की खत्म हो चुकी वैधता को दो साल के लिए बढ़ा दिया है.साथ ही एसटीईटी पास अभ्यर्थियों की डिग्री की वैधता भी दो साल के लिए बढ़ा दी गई है.
साथ ही यह भी कहा गया है कि साल 2012 और 2017 में आयोजित TET परीक्षा में 1 लाख 11 हजार 484 अभ्यर्थियों ने बाजी मारी थी. वहीं 2012 में 65984 पास हुए अभ्यर्थियों की वैलिडिटी समाप्त मई महीनें में हीं खत्म हो गयी थी।वे शिक्षक बनने के लायक नहीं रह गए थे।लिहाजा राज्य सरकार ने उनकी वैलिडिटी को दो साल के लिए बढाने का निर्णय लिया है.
वहीं 2012 में एसटीईटी उतीर्ण अभ्यर्थी की संख्या 16,196 है।इनका वैलिडिटी जून 2019 में खत्म हो रहा था।इनका भी वैलिडिटी बढ़ाया गया है।यानि अब ये लोग शिक्षक नियोजन में अप्लाई कर सकते हैं।