PATNA: भारत में आज धूमधाम से महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जा रहा है। आज अलहे सुबह से ही भगवान शिव की मंदिर में पूजा-अर्चना करने के लिए भीड़ एक्ठ्ठा हो गई है। लाखों भक्त बाबा की दर्शन कर रहे हैं। वहीं अनेक जगहों से महाशिरात्रि को लेकर शिव विवाह का आयोजन भी किया जा रहा है। पटना सहित राज्य के कई जिलों में शिव बारात को निकाल भक्त महादेव की शादी करा रहे हैं। वहीं पटना में बिहार विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने आरती उतार शोभा यात्रा की शूरुआत की है।
सवाल उठता है कि आखिर महाशिवरात्रि क्यों मनाया जाता है और आज के दिन शिवालयों से भगवान भोलेनाथ का शिव बारात अर्थात शोभा यात्रा क्यों निकाला जाता है। तो चलिए बताते है हम उन धार्मिक मान्यताओं को जिसके वजह से भगवान भोलेनाथ की बारात निकाली जाती है। हिन्दू धर्म में महाशिवरात्रि पर्व का बड़ा ही महत्व है। फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष चतुर्दशी दिन को महाशिवरात्रि के नाम से जाना जाता है। पंचांग के अनुसार आज यानी 8 मार्च को महाशिवरात्रि है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव का माता पार्वती से विवाह संपन्न हुई थी। इसी वजह से इस दिन महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है।
कहा जाता है कि इसी दिन भगवान भोलेनाथ वैराग्य जीवन को छोड़ गृहस्थ जीवन में प्रवेश किए थे। वहीं इसी मौके पर हर साल शिवालयों में बड़े ही धूम धाम से महाशिवरात्रि का भव्य आयोजन किया जाता है। शिव मंदिरों को फूल औऱ लाइटों से सजाया जाता है। भोलेनाथ के भक्त इस दिन महाशिवरात्रि का व्रत भी रखते है। मान्यता है कि शिवरात्री के दिन व्रत रखने औऱ शिव गौरी की विधिवत पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है औऱ जीवन में सुख समृद्धि की खुशहाली आती है।
वहीं इस मौके पर आज पटनासिटी में शिव बारात अर्थात भगवान भोलेनाथ का शोभा यात्रा निकाला गया। जो मालसलामी के सिमली से निकलकर गायघाट शिव मंदिर तक पहुँचा। इस शोभा यात्रा को बिहार विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने पूजा अर्चना कर शुरुआत की। इस शोभा यात्रा के संयोजक राजेश साह ने बताया कि इस शिव बारात में बनारस के अघोरी दल,वृंदावन का राधे कृष्ण का नृत्य एवम शिवलिंग का पूजा करते हुए हनुमान जी सहित धार्मिक पौराणिक झांकिया आकर्षण का केंद्र होगा।
पटना से रजनीश की रिपोर्ट