ओडिशा में मोबाइल टावर लगाने गये बिहार के छह मजदूरों की रहस्यमय बीमारी से तबियत बिगड़ी, तीन की मौत

ओडिशा में मोबाइल टावर लगाने गये बिहार के छह मजदूरों की रहस्य

पटना के बाढ़ बाजार के रन्नोचक मोहल्ले से ओडिशा में मोबाइल टावर लगाने के लिए गए छह मजदूर एक रहस्यमय बीमारी का शिकार हो गए हैं। करीब पांच दिन पहले ओडिशा से लौटे तीन मजदूरों की मौत तीन दिनों के भीतर हो गई है, जबकि तीन मजदूरों की हालत गंभीर बनी हुई है। मौत के बाद मजदूरों के घरों में कोहराम मच गया है। जानकारी के अनुसार, छह मजदूर रन्नोचक मोहल्ले के निवासी शकील (50 वर्ष) के नेतृत्व में छह माह पहले ओडिशा के जंगल में मोबाइल टावर लगाने के लिए गए थे। परिजनों ने बताया कि मजदूर सुनसान इलाके में स्थित घने जंगल में काम कर रहे थे, जहां से आबादी करीब 15 किलोमीटर दूर थी। सभी मजदूर एक कमरे में रह रहे थे, और अचानक सभी बीमार पड़ गए। उनके शरीर पीले हो गए और बढ़ती कमजोरी से उनकी हालत गंभीर हो गई।



बाद में, सभी मजदूर ट्रेन से अपने घर बाढ़ पहुंचे। इसी बीच शकील (50 वर्ष) की मौत हो गई, इसके बाद दो अन्य मजदूरों की भी मौत हो गई। वहीं, पप्पू, मोहम्मद उमर सहित तीन मजदूरों की हालत गंभीर बनी हुई है। एक मजदूर को झाड़-फूंक कराने के लिए उत्तर प्रदेश ले जाया गया, जबकि एक को पीएमसीएच में भर्ती कराया गया। परिजनों का कहना है कि मजदूर की अचानक तबीयत खराब होने से दहशत का माहौल है। आर्थिक स्थिति भी इतनी खराब है कि उनका इलाज कराना मुश्किल हो रहा है। बीमारी की पहचान नहीं हो पा रही है। स्थानीय चिकित्सक से इलाज कराया गया था, लेकिन सुधार नहीं होने के बाद अन्यत्र ले जाया गया। कुछ लोग बीमारी को डेंगू और मलेरिया बता रहे हैं।


वार्ड पार्षद ने बताया कि ओडिशा में काम करने गए तीन मजदूरों की मौत की सूचना मिली है, जबकि तीन की हालत गंभीर है। पार्षद ने जिला प्रशासन से बीमार मजदूरों का इलाज कराने की व्यवस्था करने की मांग की है। पूरे मोहल्ले में तीन मजदूरों की मौत से मातम छाया हुआ है। घर का खर्च चलाने के लिए मजदूर ओडिशा के जंगल में गए थे, लेकिन उनकी जान पर बन आई। परिजन भी हादसे के बाद मदद के लिए तरस रहे हैं।