PATNACITY : बिहार सरकार साथ ही पटना नगर निगम राजधानी पटना को स्मार्ट सिटी बनाने की बात कहती रहती है। इसके लिए बाकायदा सम्पूर्ण भारत Xमे स्वच्छता अभियान भी जारी है लेकिन वैसी स्वच्छता किस काम कि जब लोग स्मार्ट सिटी के जगह नरक सिटी में रहने को मजबूर हों। बिहार सरकार लाख दावे कर ले कि स्मार्ट सिटी बनाने जा रहे है लेकिन जो तस्वीर हम दिखा रहे है वह स्मार्ट सिटी की तस्वीर की तो दूर की बात नर्क सिटी ज्यादा लग रहा है।
बात कर रहे हैं राजधानी पटना के बार्ड नम्बर 56 के जकरियापुर मुहल्ले की, जहां की निगम पार्षद है किस्मतिया देवी। यहां के लोग काले पानी की सजा काटने को मजबूर हैं। इस काले पानी की समस्या दो चार दिनों की नही बल्कि करीब दो सालों से है। इस रास्ते से होकर लोग आते जाते है। करीब दो फिट नाले का पानी सड़क पर है। महिला पुरुष हो या फिर स्कूली बच्चे सब इसी काले पानी से होकर गुजरते है। राजधानी पटना बार्ड नम्बर 56 के जकरियापृ मुहल्ले की यह तस्वीर बिहार सरकार साथ ही पटना नगर निगम के ऊपर जोरदार तमाचा है। जहां के पार्षद किस्मतिया देवी सरकार के साथ साथ निगम की इज्जत डुबोने में लगी हुई है।
ग्रामीण बताते है कि कई बार पार्षद किस्मतिया देवी को समस्या से अबगत कराया गया। लेकिन समस्या के समाधान के बजाय बो यह कहकर भगा देते है कि आप लोग हमें बोट नही देते है जाइये। अब भला जनता जाए तो जाए कहा। इसलिए जनता ने अब मीडिया के माध्यम से ही अपने समस्या सम्बन्धित हुक्मरानों तक पहुचाना चाहते है। हम तो यहीं चाहेंगे कि पटना नगर निगम के चुनाव हुए पांच बर्ष हो गए है और अब एक बार फिर से कुछ महीनों बाद निगम का चुनाव होने वाला है तो समय रहते अगर निगम पार्षद चेत जाए तो अच्छा है नही तो वो दिन दूर नही की यह कहावत सच हो जाये कि " कुर्सी खाली करो जनता आती है।