सोनभद्र नरसंहार मामला : बिहार के इस पूर्व आईएएस अधिकारी का जुड़ रहा नाम

NEWS4NATION DESK : यूपी के सोनभद्र के घोरावल कोतवाली के मूर्तिया ग्राम पंचायत के उम्भा गांव में बुधवार दोपहर को हुए नरसंहार के तार बिहार से जुड़ रहा है। जैस-जैसे जांच का दायरा बढ़ रहा है वैसे-वैसे कई राज खुल हो रहे हैं।
एक ओर जहां इस मामले में प्रशसनिक चूक की बात सामने आ रही है तो वहीं मामले के तार बिहार से भी जुड़ रहे है। नरसंहार में बिहार काडर के एक पूर्व आईएएस का भी नाम सामने आ रहा है।
जिस 90 बीघे जमीन के लिए पूरे नरसंहार को अंजाम दिया गया दरअसल वह एक सोसाइटीके नाम थी। जिस पर इलाके के आदिवासी दशकों से खेती कर गुजर बसर कर रहे थे।
कहा जा रहा है कि बिहार के पूर्व आईएएस प्रभात कुमार मिश्रा ने इस जमीन को आदर्श सोसाइटी के नाम लिया था। हालांकि इसका रजिस्ट्रेशन 1978 में ही ख़त्म हो गया था। इसके बाद 1989 में इस सोसाइटी की जमीन को आईएएस की पत्नी और उनकी बेटी के नाम कर दिया गया। इतना ही नहीं पटना से एक शख्स जिसका नाम धीरज है वह हर साल प्रति बीघे लगान भी वसूलने आता था।
स्थानीय लोगों का कहना है कि आदिवासी समाज के लोग इस जमीन पर कई पुश्तों से जोताई-बुआई कर रहे हैं। वहीं जमीन जोताई-बुआई करने वाले इन लोगों ने बताया कि पटना का कोई धीरज नाम का व्यक्ति ताल्लुकेदार बनकर प्रतिवर्ष बीघे के हिसाब से रुपए वसूलता था। उन्होंने बताया कि पिछले साल ग्राम प्रधान यज्ञदत्त सिंह भूरिया करीब 112 बीघे जमीन किसी तरीके से अपने और परिजनों के नाम रजिस्ट्री करा ली थी।
ग्रामीणों के मुताबिक बुधवार को ग्राम प्रधान के पक्ष के करीब 200 लोग जमीन जोतने के लिए पहुंचे। जिसके बाद सूचना मिलने पर गांव के लोग भी इकठ्ठा हुए और जमीन जोतने का विरोध किया। इसके बाद ग्राम प्रधान की तरफ से हमला बोल दिया गया। हथियारों से लैस लोगों ने सभी को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा और गोलियों की बौछार कर दी। इस नरसंहार में 10 लोगों की मौत हो गई जबकि दो दर्जन घायल है।