कटिहार- कहते हैं कानून के हाथ बड़े लंबे होते हैं और कोई भी एक छोटा सुराग अपराधी को सलाखो के पीछे तक पहुंचाने के लिए काफी होता है, कटिहार पुलिस ने अज्ञात शव के हाथ की टैटू या गोदना से जिस तरह से हत्यारे तक पहुंच कर... पूरे मामले का खुलासा क्या है ये काफी चौक आने वाला है, मृतक के हाथ की टैटू से अपराधी की गिरफ्तारी पर एक रिपोर्ट
तफ्तीश की दिशा अगर सही हो तो कोई भी छोटी सी सुराग गुनहगार को पहुंचा सकता है सलाखों के पीछे, कटिहार में एक अज्ञात महिला के हाथ मे बने गोदना या टैटू से पुलिस ने न सिर्फ अज्ञात मृतक महिला के पहचान कर लिया बल्कि इसी आधार पर जांच करते हुए हत्यारे और हत्या के कारण का भी चौंकाने वाला खुलासा किया है.
तारीख 11 जून, स्थान मुफस्सिल थाना क्षेत्र के दिघरी फ्लाईओवर ब्रिज के पास तालाब के किनारे पुलिस को एक अज्ञात महिला का डीकंपोज्ड हालत में शव बरामद होता है, अस-पास प्रारंभिक तफ्तीश के बाद महिला की पहचान नहीं हो पता है, इस बीच महिला के हाथ में बने गोदना यह टैटू के आधार पर पुलिस जब छानबीन शुरू करती है तो स्थानीय सोर्सेज से पुलिस को पता चलता है हाल के दिनों में ही मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मांगन ऋषि के घर में इस महिला को देखा गया है, पुलिस जब मांगन ऋषि से दबाव डालकर पूछता शुरू किया तो पता चला यह महिला मूल रूप से किशनगंज की रहने वाली देवशरण ऋषि की पत्नी शांता देवी है, जो उनके बहन निरमा ऊर्फ मांगनी देवी कि सौतली सास है,पुलिस को आगे ये भी पता चलता है शांता देवी 11जून के आसपास अपनी सौतले पूतोह निरमा ऊर्फ मंगनी देवी जब कटिहार मे अपने भाई मांगन ऋषि के घर मे थी तो मिलने आया था,बाद मे वो अपना ससुराल किशनगंज चला गया है जहाँ फिलहाल वह है, पुलिस ने इस लिड के आधार पर जब किशनगंज नगर थाना क्षेत्र के मंगनी देवी के घर धावा बोला तो पुलिस के सामने भी चौकाना वाला कहानी सामने आया
दरअसल एक सौतेली पुतोह ने डायन के शक पर अपनी हीं सास की हत्या का साजिश रच कर एक सहयोगी के साथ मिल कर इस घटना को अंजाम दिया है, सदर डीएसपी अभिजीत कुमार ने बताया की इस मामले के दोनों आरोपी निरमा ऊर्फ मंगनी देवी और उनके सहयोग करने वाले मोहम्मद शमीम ने घटना में अपनी भूमिका को शिकार कर लिया है, हत्या के कारणों की खुलासा करते हुए निरमा ऊर्फ मंगनी ने कहा कि उनके सौतले सास तंत्र-मंत्र में महारत हासिल है और डायन विद्या से शांता देवी ने उनके यानी मांगनी देवी के पति संजय को हत्या किया था, इसी को लेकर बदला लेने के मकसद से मंगनी देवी ने अपने भाई के घर कटिहार रहने के दौरान साजिश कर के शांता देवी को बुला कर पहले खूब शराव पिलाया फिर उनके अंदर डायन को मारने के लिये अपने मान्यताओ के अनुसार उसे बंदर के अवशेष से बने पदार्थ भी पीला कर, गला घोंट कर उसकी हत्या कर, उसे दफना दिया,इस पूरी घटना को अंजाम देने मे मंगनी के नजदिकी मोहम्मद शमीम ने भरपूर उसका साथ निभाया, आगे पुलिस दोनों को गिरफ्तार कर आगे की करवाई कर रही है।
पूरे मामले की पटाक्ष होने के बाद गिरफ्तार आरोपी कुछ भी कहने से बचते दिख रहे हैं और घटना से जुड़े सवाल पर गोल मटोल जवाब दे रहे हैं।
एक अज्ञात शव के हाथ के टैटू से कटिहार पुलिस ने जिस तरह से शव की पहचान करते हुए हत्या के कारण और उससे जुड़े दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी करते हुए मामले का उद्वेदन किया है, इससे साफ हो जाता है अपराधी चाहे लाख शातिर क्यों ना हो तहकीकात कि दिशा अगर सही हो तो कोई भी गुनहगार कानून के शिकंजा से बच नहीं सकता है।
रिपोर्ट- श्याम कुमार सिंह