गैगस्टर मुन्ना बजरंगी ने जब बरसाई थी विधायक पर 400 गोलियां...
न्यूज4नेशन डेस्क- यूपी के माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की आज सुबह बागपत जेल में गोली मार कर हत्या कर दी गई. मुन्ना के हत्या के पीछे कुख्यात अपराधी सुनील राठी का नाम सामने आ रहा है. अपराध की दुनिया में सुनील राठी उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक बड़ा नाम माना जाता है. अभी हाल ही में उसने रुड़की जेल में अपनी जान का खतरा बताया था जिसके बाद उसे बागपत जेल में शिफ्ट किया गया था. सुनील राठी का पूरा परिवार अपराध जगत में सक्रीय है.
मुन्ना बजरंगी की डॉन बनने की पूरी कहानी...
1967 में उत्तर प्रदेश के जौनपुर में जन्मे मुन्ना बजरंगी का असली नाम प्रेम प्रकाश सिंह था. पांचवी क्लास तक की पढ़ाई के बाद बजरंगी ने पढ़ाई की दुनिया को अलविदा कह दिया. बड़ा गैंगस्टर बनने की चाह रखने वाले मुन्ना के खिलाफ 17 वर्ष की उम्र में ही प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. उसपर पहला आरोप मारपीट और हथियार रखने का लगा था. इसके बाद मुन्ना ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. कुछ समय बाद ही ऐसे स्थानीय दबंग माफिया गजराज सिंह का संरक्षण मिला और यह अपराध की दुनिया में आगे बढ़ता चला गया. पूर्वांचल में उसने अपना दमख़म बीजेपी नेता रामचंद्र सिंह की हत्या कर दिखाया था. इसके बाद वह 90 के दसक में बाहुबली मुख्तार अंसारी के गैंग में शामिल हो गया. इसके बाद यह ठेकेदारी और रंगदारी में आगे बढ़ता चला गया. इस दौरान तेजी से उभर रहे बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय उसके लिए चुनौती साबित हो रहे थे. जिसके बाद 25 नवंबर 2005 को उसने मुख़्तार अंसारी के इशारे पर उनकी सरेआम गोली मार कर हत्या कर दी. उसने अपने साथियों के साथ लखनऊ हाइवे पर कृष्णानंद राय की दो गाड़ियों पर AK 47 से 400 गोलियां बरसाईं थी. जिसमे कृष्णानंद राय समेत छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. इस हत्या के बाद से उसका कद अपराध की दूनिया में में और बढ़ गया, हर कोई उससे खौफ खाने लगा. जिसके बाद मुन्ना बजरंगी पर यूपी सरकार ने सात लाख का इनाम घोषित किया था. काफी मशक्कत के बाद उसे नाटकीय ढंग से मुंबई से गिरफ्तार किया गया था.
कौन है सुनील राठी...
सुनील राठी अपनी पिता की हत्या के बाद अपराध की दुनिया में कदम रखा था. सुनील राठी की मान पिछले विधानसभा चुनाव में बीएसपी के टिकट पर छपरौली विधानसभा से चुनाव भी लड़ चुकी हैं. पिछले साल सुनील राठी एक डॉक्टर से 50 लाख की रंगदारी मांग सुर्ख़ियों में आया था. उसने जेल से ही डॉक्टर से रंगदारी मांगी थी और अपनी मां के पास पहुंचाने को कहा था. उसका पूरा परिवार अपराध जगह में सक्रीय है.