SUPAUL : जिले के त्रिवेणीगंज प्रखंड अंतर्गत करहड़वा पंचायत स्थित भैरोपट्टी में उपस्वास्थ्य केंद्र खंडहर में तब्दील हो गया है। भवन के चारों ओर जंगल झाड़ फैला हुआ है। स्वास्थ्य केंद्र अपनी बदहाली की कहानी खुद बयां कर रहा है। लाखों की लागत से बना स्वास्थ्य केंद्र शोभा की वस्तु बनकर रह गया है।
बिहार सरकार इस तरह के भवनों के निर्माण में लाखों रुपये खर्च करती है। लेकिन आज तक इस भवन में कोई एएनएम या स्टाफ दर्शन नहीं दिए हैं। स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि उप स्वास्थ्य केंद्र का लगभग 30 साल पहले निर्माण हुआ था। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी एवं लापरवाही के चलते इस पंचायत में स्वास्थ्य सेवा दयनीय स्थिति में है।
ऐसे में गांव के लोग सवाल खड़ा कर रहे हैं कि जब सरकार आवाम को स्वास्थ्य सेवा इन स्वास्थ्य केंद्रों में नहीं दे सकती है तो फिर क्यों लोगों को गुमराह कर उप स्वास्थ्य केंद्र बनाया गया है।
उप स्वास्थ्य केंद्र भैरोपट्टी से लगभग 15 किलोमीटर अनुमंडलीय रेफरल अस्पताल की दूरी है। यहां के लोगों को इलाज के लिए त्रिवेणीगंज रेफरल अस्पताल जाना पड़ता है। जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों ने जिला पदाधिकारी से स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने की मांग की है।
सुपौल से पप्पू आलम की रिपोर्ट