NALANDA : कोरोना संक्रमण को लेकर इस बार महाभारतकालीन सूर्योपासना का केंद्र नालंदा के बड़गांव सूर्य धाम में जिला प्रशासन द्वारा छठ पूजा के दौरान अर्घ्य प्रदान करने की अनुमति नहीं दी गई है. जिसके कारण स्थानीय लोगों में नाराजगी देखी जा रही है. इस बार जिला प्रशासन द्वारा छठ घाटों की साफ सफाई ही कराई गई है. इसकी वजह से बड़गांव स्थित सूर्य तालाब की साफ सफाई स्थानीय लोगों द्वारा की जा रही है.
लोगों का आरोप है कि बड़गांव में होने वाले छठ पूजा को राजकीय मेला का दर्जा प्राप्त है. इसके बावजूद नगर पंचायत द्वारा यहां पर किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. जिसके कारण खुद स्थानीय लोग तालाब की सफाई में जुटे हैं. बताते चलें कि बड़गांव का सूर्यधाम महाभारत कालीन माना जाता है. जहाँ भगवान श्री कृष्ण के पौत्र राजा शाम ने भगवान सूर्य की आराधना की थी. जिसके कारण उन्हें कुष्ठ रोगों से मुक्ति मिली थी.
यही वजह है की छठ पर्व के मौके पर बड़गांव में दिल्ली, मुंबई, कांगड़ा, झारखंड सहित कई प्रदेशों के लोग यहां 4 दिनों तक प्रवास कर छठ पूजा करते हैं. लेकिन इस साल लोग यहां आकर छठ कर पाएंगे या नहीं. इस पर संशय बरकरार है. हालांकि जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों के साथ बैठक कर इस पर्व को घरों में ही मनाने की अपील की है.
नालंदा से राज की रिपोर्ट