PATNA : बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि राजद को किसी भी सीट से लोकसभा में भेजने लायक न समझ कर मतदाताओं ने संदेश दिया कि लालू प्रसाद को फंसाये जाने के तोता- रटंत आरोप सही नहीं थे, बल्कि चारा घोटाला के चार मामलों में उनको सजा देना एक स्वच्छ न्यायिक प्रक्रिया का निर्विवाद फैसला था।
उन्होंने कहा कि जनता की अदालत ने न्यायपालिका के निर्णय पर मोहर लगाने के साथ गुनहगार को पीड़ित साबित करने की राजनीति को भी सिरे से खारिज कर दिया है।
सुशील मोदी ने कहा कि वर्ष 2019 का जनादेश जहां सबका साथ- सबका विकास की एनडीए सरकार की नीति को मजबूती से लागू करने के लिए है, वहीं विपक्ष को यह सबक सिखाने के लिए भी है कि हर बात में नकारात्मकता खोजने, निराधार आरोप लगाने और जात-पात की राजनीति करने वालों को जीरो पर आउट होना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि इस बार राजनीति को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाने के सारे हथकंडे फेल हो गए।