SASARAM : रोहतास जिले के शिवसागर प्रखण्ड के मध्य विद्यालय थनुऑं में आज एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। दरअसल शनिवार को एक शिक्षक स्कूल में योगदान करने पहुंचे तो ग्रामीणों ने उन्हें जूते की माला पहना दी। ग्रामीण शिक्षक पर कर्तवयहीनता एवं चरित्रहीनता का आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि ऐसे शिक्षक से बच्चों के चरित्र पर बुरा असर पड़ेगा। मिली जानकारी के अनुसार मध्य विद्यालय, थनुऑं के शिक्षक मृत्युजंय कुमार गुप्ता फरवरी 2018 से ही गायब थे। आज वो अचानक योगदान करने पहुंचे। शिक्षक के वापसी की खबर गांव में आग की तरह फैली और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जमा हो गए। शिक्षक का कहना था कि वो बीडियो के आदेश से योगदान देने आए हैं। लेकिन ग्रामीण इसका विरोध कर रहे थे। भड़के ग्रामीणों ने शिक्षक के गले में जूते-चप्पल की माला डाल दी।
फरवरी 2018 से थे अनुपस्थित
बताते हैं कि उक्त शिक्षक फरवरी 2018 में आयोजित मैट्रिक की परीक्षा में ड्यूटी के लिए विरमित हुए थे। इसके बाद वो विद्यालय नहीं आये। नवंबर 2018 में विद्यालय के तत्कालीन प्रधानाध्यापक द्वारा इसकी जानकरी प्रखण्ड शिक्षा अधिकारी को दी गई। लेकिन उसके बाद भी शिक्षक की वापसी नही हुई।
चरित्र पर उठाये सवाल
इधर ग्रामीणों का कहना है कि उक्त शिक्षक क्षेत्र की एक महिला के साथ 2018 में में फरार हो गए थे। 2021 में महिला की मृत्यु के बाद ये लौटे है और अधिकारियों की मिलभगत से फिर नौकरी में वापस आकर योगदान करने आए हैं।
नियमों के तहत दी गई अनुमति
इस संबंध में पूछने पर शिवसागर प्रखण्ड के बीडीओ रोहित कुमार मिश्रा कहते हैं कि मध्य विद्यालय, थनुऑं के शिक्षक मृत्युंजय कुमार गुप्ता लंबे समय से अनुपस्थित रहे थे। इनके आवेदन के नियमानुसार ही उन्हें अपने विद्यालय में योगदान करने की अनुमति दी गई है।
सासाराम से रंजन की रिपोर्ट