KISHANGANJ : सक्षमता परीक्षा को लेकर नियोजित शिक्षकों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी कड़ी में आज नियोजित शिक्षको के द्वारा किशनगंज शहर में मसाज जलूस निकाला गया। आपको बता दे कि बिहार सरकार के द्वारा सक्षमता परीक्षा के विरोध में नियोजित शिक्षको के द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है। जिस क्रम में आज बिहार के सभी जिलो में नियोजित शिक्षक धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। बता दे कि बिहार सरकार में नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा देने के लिए सक्षमता परीक्षा देने की घोषणा की है।
सरकार का निर्देश है कि नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा पाने के लिए तीन बार सक्षमता परीक्षा देने का मौका मिलेगा। जिसके बाद छटनी की प्रक्रिया भी किया जा सकता है और पेंच यही फंस गई। जिसको लेकर नियोजित शिक्षक आंदोलन कर रहे हैं। उनकी मांग है की छंटनी की जो प्रक्रिया है। वह सरकार को वापस लेनी चाहिए और कार्य के आधार पर ही नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाना चाहिए। शिक्षकों ने जुलूस में नीतीश कुमार हाय हाय के नारे भी लगाए।
वहीँ गोपालगंज में जिला शिक्षा विभाग परिसर से शिक्षको ने एक मशाल जुलूस निकाला। इस दौरान शिक्षको ने केके पाठक के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए शहर में भ्रमण किया। वही सैकड़ो की संख्या में शामिल शिक्षको ने अपने मांगों के समर्थन में अपनी आवाजे बुलंद की। दरअसल पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत शिक्षक एकता मंच के बैनर तले जिले के सैकड़ों महिला पुरुष शिक्षक शिक्षा विभाग परिसर पहुंचे। इस दौरान शिक्षको ने अपने हाथो में मशाल लेकर शहर के अंबेडकर चौक पोस्ट ऑफिस चौक होते हुए मौनिया चौक पहुंचे। जहां एक सभा मशाल जुलूस तब्दील हो गई।
इस दौरान परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के जिला सचिव नीलमणि शाही ने कहा की आज बिहार सरकार के खिलाफ हम लोगों ने मशाल जुलूस के माध्यम से आंदोलन का आगाज किया है। हम शिक्षक सरकार को आगाह कर रहे है की हमारी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाए। नही तो एक एक नेताओ का बिहार में निकलना मुश्किल कर देंगे। हम लोग 20 वर्षो से नौकरी कर रहें है। कोई रिटायर्डमेंट के कगार पर है तो किसी के बाल बच्चे यहां पढ़ रहे है। ऐसी स्थिति में शिक्षकों का जिला बदर करने का फरमान जारी कर रहें है। सरकार द्वारा जो जो परीक्षा देने को कहा उस परीक्षा को हम लोगो ने देने का काम किया है। बावजूद केके पाठक कह रहें है की अब जिला बदर किया जायेगा। साथ ही परीक्षा लेने की बात की जा रही है जो परीक्षा में फेल होने उन्हें नौकरी से निकाले जाने की बात कही जा रही है। आज चिट्ठी निकाल कर के शिक्षकों को प्रताड़ित करने का काम किया जा रहा है। वही शिक्षकों ने कहा कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। शिक्षकों ने कहा कि वे धरना, प्रदर्शन और हड़ताल जैसे कदम उठाने से भी नहीं हिचकिचाएंगे।
किशनगंज से साजिद हुसैन के साथ गोपालगंज से मनन अहमद की रिपोर्ट