पटना : बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है. सभी पार्टियां अपने अपने हिस्सों की सीटों को लेकर बेताब दिख रही हैं. महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर मचा रार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. राजद ने अपना स्टैंड पहले ही क्लीयर कर दिया है लेकिन आरजेडी के स्टैंड से रालोसपा की हालत नाजुक दिख रही है.
तेजस्वी ने कुशवाहा को ठुकराया
महागठबंधन में रालोसपा सीट बंटवारे को लेकर बेताब दिख रही है. राजद की तरफ से सम्मानजनक सीटों को लेकर रालोसपा को भाव मिलता नहीं दिख रहा है. राजद की तरफ से इग्नौर वाले रवैये से रालोसपा काफी बेचैन है. अंदरखाने यह चर्चा है कि पहले राजद और कांग्रेस में सीटों का बंटवारा होगा उसके बाद ही अन्य दलों के बार में बात होगी. यह चर्चा तेज है कि कांग्रेस के हिस्से में जाने वाली सीटों में से ही रालोसपा की सीट मिलेगी. मसलन अब कुशावाहा पूरी तरह कांग्रेस के खाते पर निर्भर हैं. लेकिन रालोसपा सम्मानजनक सीटों से कम पर मानने को तैयार नहीं है. यही वजह है कि रालोसपा चीफ उपेन्द्र कुशवाहा दिल्ली दरबार में जाकर कांग्रेस के नेताओं से बात कर चुके हैं.
महागठबंधन में सीटों का पेंच इसलिए भी फंस रहा है क्योंकि राजद ने पहले ही कह दिया है कि वो 160 सीटों पर खुद चुनाव लड़ेगी वहीं कांग्रेस भी 90 सीटों की डिमांड पर अड़ी है. दोनों पार्टियां अपने अपने हिस्सो को फरियाने में लगी हैं लेकिन इस बीच रालोसपा और वाआईपी दोनों पार्टियों टकटकी लगाएं बैठी हैं कि उनके बारे में कब फैसला लिया जाएगा.