तेजस्वी की बढ़ सकती है परेशानी, एक साथ इतने विधायकों की खत्म हो जाएगी सदस्यता, हो गई है पूरी तैयारी

PATNA : बिहार में राजद एक तरफ तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद पर बैठाने की तरफ कर रही है, वहीं दूसरी तरफ अब उनसे प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी होने का गौरव खत्म होने की स्थिति आ गई है। ऐसा इसलिए क्योंकि राजद के 16 विधायकों पर एक साथ निलंबन का खतरा मंडराने लगा है। माना जा रहा है कि कोरोना से ठीक होकर लौटे विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा इस संबंध में बड़ा निर्णय ले सकते हैं। हालांकि यह विधायक कौन-कौन हैं, इसकी सूची जारी नहीं की गई है।
पिछले साल विधानसभा में हुए मारपीट से जुड़ा है मामला
राजद विधायक पर होनेवाली यह कार्रवाई पिछले साल बजट सत्र के दौरान सदन के अंदर हुए मारपीट की घटना से जुड़ी है। इस मारपीट की घटना को लेकर बनाई गई जांच समिति ने सोमवार को समिति ने अचानक बैठक बुलाकर 18 विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की है। जिसमें 2 विधायकों को कठोर और 16 विधायकों पर कठोरतम सजा देने की बात कही है। माना जा रहा है कि यह कठोरतम सजा उनके निलंबन तक भी हो सकती है। अब गेंद विधानसभा अध्यक्ष के पाले में है। कभी भी निर्णय लिया जा सकता है। ऐसा हुआ तो राजद के 16 विधायकों की सदस्यता छिन सकती है।
विपक्ष के विधायकों ने सदन में जमकर किया था हंगामा
पिछले वर्ष बजट सत्र के दौरान बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस अधिनियम को पारित कराने के दौरान 23 मार्च 2021 को विपक्ष के विधायकों ने सदन में जमकर हंगामा किया था। मारपीट के आरोप भी लगाए गए थे। हंगामा इतना ज्यादा हुआ था कि मार्शल को बुलाना पड़ा था। मामले को जांच के लिए आचार समिति को सौंपा गया था। आचार समिति के सभापति भाजपा विधायक राम नारायण मंडल हैं। समिति में ज्ञानेंद्र ज्ञानू, अरुण सिन्हा, रामविशुन सिंह व अचमित ऋषिदेव सदस्य के रूप में शामिल हैं।