PATNA: आरजेडी नेता तेजस्वी यादव 16 जनवरी से नए नागरिकता कानून और एनआरसी के मुद्दे को लेकर प्रतिरोध यात्रा के लिए पटना से रवाना हो गए है. तेजस्वी यादव प्रतिरोध यात्रा की शुरुआत सीमांचल के किशनगंज से करेंगे. यात्रा के दौरान तेजस्वी साइकिल पर सवार होकर पूरे बिहार का भ्रमण करेंगे और नए नागरिकता कानून और एनआरसी के मुद्दे पर केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेंगे. तेजस्वी यादव पटना से रवाना होते ही अपनी यात्रा पर लोगों को साथ आने के लिए अपने ट्वीटर पर पोस्टर के सहारे अपील कर रहे है.
Will address public meetings in defiance of #CAA_NRC_NPR in Seemanchal. Here is my appeal👇🏻
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 15, 2020
“To us, anyone who opposes dictatorship is a FRIEND and those who support it, DURBARI.”
Come & join us in our resolve to fight for safeguarding the constitution and human rights. pic.twitter.com/eD20Gzs93Y
तेजस्वी की प्रतिरोध यात्रा का पहला चरण 16 जनवरी से 20 जनवरी तक चलेगा. जिसमें तेजस्वी पहले दिन किशनगंज फिर अररिया और आखिरी दिन पूर्णिया और कटिहार जिले का दौरा करेंगे.
विधान सभा चुनाव से पहले तेजस्वी कि सीमांचल से शुरू हो रही यात्रा विरोधियों के निशाने पर भी है. वो इस लिए क्यों कि तेजस्वी ने जिस क्षेत्र को अपने पहले चरण के लिए चुना है वो काफी हद तक मुस्लिम बहुल इलाका है. जिसे विपक्ष मुस्लिम वोट बैंक से जोड़ के बताने की कोशिश कर रहा है.
साल 2020 के अंत में बिहार विधानसभा के चुनाव होने हैं. माना जा रहा है कि चुनाव को लेकर भी तेजस्वी यादव की प्रतिरोध यात्रा राज्यव्यापी अभियान है, जहां वह सभी जिलों का दौरा करेंगे और चुनाव से पहले पार्टी को नई धार देंगे. विधान सभा का चुनाव तेजस्वी की अगुवाई वाले महागठबंधन और नीतीश कुमार के चेहरे पर एनडीए के बीच माना जा रहा है.
गौरतलब है कि नए नागरिकता कानून और एनआरसी के मुद्दे पर तेजस्वी यादव की पार्टी ने पिछले महीने बिहार बंद का करवाया था. तेजस्वी यादव का मानना है कि नए नागरिकता कानून और एनआरसी देश में फूट डालने के इरादे से लाया गया है. तेजस्वी ने नागरिकता कानून और एनआरसी को असंवैधानिक बताते हुए केंद्र सरकार से इसे तुरंत वापस लेने की मांग भी की है.