हाय री पुलिस! फरार 'मुखिया' ने मंत्री 'तेजप्रताप' का किया स्वागत, हमला करने वाला शख्स DM-SP के सामने था...पुलिस की हिम्मत नहीं हुई पकड़ने की
 
                    PATNA: बिहार में अब महागठबंधन की सरकार है। नीतीश कुमार राजद के सहयोग से मुख्यमंत्री बने हैं। राजद कोटे के मंत्रियों पर दर्ज भ्रष्टाचार और आपराधिक केसों को लेकर सरकार कटघरे में है। तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम बने हैं और अपने बड़े भाई तेजप्रताप यादव को वन एवं पर्यावरण विभाग का मंत्री बनवाया है। इसी के साथ उन्हें अरवल जिले का प्रभारी मंत्री बनाया गया है। प्रभारी मंत्री बनने के बाद तेजप्रताप यादव 19 अगस्त को जिले के स्थापना दिवस समारोह में शिरकत करने अरवल गये थे। वहां पुलिस की नजरों में फरार आरोपी तेजप्रताप यादव के स्वागत में खड़े दिखे.जिले के एसपी-डीएम की मौजूदगी में फरार मुखिया जिले के प्रभारी मंत्री तेजप्रताप यादव को गुलदस्ता देकर स्वागत किया और सोफा के बगल में बैठा भी. अब वो तस्वीर वायरल हो रही है। तस्वीर सामने आने के बाद अरवल पुलिस की पोल खुल गई है।
फरार मुखिया ने तेजप्रताप का किया स्वागत
बिहार में सरकार बदलते ही उपद्रवियों का मनोबल बढ़ते दिख रहा है। वैसे भाजपा-जेडीयू सरकार के दौरान भी अपराधियों का मनोबल काफी बढ़ा हुआ था। अब उसमें और उछाल आ गया है। हालात ऐसे हो गये हैं कि पुलिस की नजरों में फरार अभियुक्त भी एएसपी की मौजूदगी में मंच पर जाकर नेताओं का गुलदस्ता से स्वागत कर रहा। सब कुछ नजरों के सामने हो रहा है और पुलिस मुकदर्शक बनी हुई है। अरवल से जो तस्वीर आई है उसमें एक बात साफ हो गई है कि अब असमाजिक तत्वों में पुलिस का खौफ खत्म हो गया. तभी तो एएसपी की मौजूदगी में जिले के रोहाई पंचायत के मुखिया अभिषेक रंजन जो पुलिस पर हमला और सरकारी संपत्ति नुकसान के आरोप में फरार है. जिसे पुलिस खोज रही है, वो पुलिस के बड़े अधिकारी की मौजूदगी में मंत्री तेजप्रताप यादव को गुलदस्ता भेंट कर रहा है।
मुखिया समेत 27 नामजद व 175 अज्ञात पर केस
अरवल के रोहाई पंचायत के मुखिया अभिषेक रंजन के खिलाफ अरवल थाने में सरकारी संपत्ति को नुकसान करने, पुलिस पर हमला करने,सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा और अंचलाधिकारी ने 17 जून को थाने में केस दर्ज कराया था। मुखिया समेत 27 नामजद समेत 175 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था। रोहाई पंचायत के मुखिया अभिषेक रंजन का नामजद अभियुक्तों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर है। अरवल थाने में 277/22 केस नंबर दर्ज है। इसके खिलाफ आईपीसी की धारा-147, 148, 149, 323, 324, 307, 337, 338, 427, 128 और सरकारी संपत्ति के नुकसान का केस दर्ज है. इन सभी अभियुक्तों ने 17 जून 2022 को अग्निपथ योजना के विरोध में जहानाबाद मोड़ पर भारी हंगामा, पुलिस पर हमला और सरकारी गाड़ियों में तोड़फोड़ किया था। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मनरेगा पदाधिकारी ने अरवल थाने में केस दर्ज करने का आवेदन दिया था। इस आधार पर इनसभी लोगों के खिलाफ पुलिस ने गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया।
अरवल पुलिस और फरार मुखिया में सांठगांठ
सूबे के हालात ऐसे हो गये हैं कि पुलिस पर हमला के आरोपी मुखिया अभिषेक रंजन एएसपी के सामने ही प्रभारी मंत्री तेजप्रताप यादव को गुलगस्ता देकर स्वागत कर रहा है। इस संबंध में जह हमने अरवल के थानाध्यक्ष ने पूछा तो उन्होंने बताया कि मुखिया अभिषेक रंजन पर केस दर्ज हुआ था। अभी उनके खिलाफ जांच चल रही है। हालांकि गिरफ्तारी पर रोक नहीं है। उनसे पूछा गया कि इस केस में कितने लोगों की गिरफ्तारी हुई है? इस पर अरवल थानेदार ने बताया कि 6 या 7 अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई है। बड़ा सवाल यही है कि जब एक ही आरोप में अन्य 6 -7 अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो गई तो फिर दूसरे नंबर वाले अभियुक्त मुखिया अभिषेक रंजन को क्यों नहीं गिरफ्तार किया गया? पूरे मामले में अरवल पुलिस भी कटघरे में है।
 
                 
                 
                 
                 
                 
                                         
                                         
                             
                             
                     
                     
         
                     
                     
                     
                     
                    