HAJIPUR : लालगंज के बसंता जहानाबाद गंडक घाट पर मृत युवक को जीवित समझ चिता से शव उठाकर शव यात्रा में आए लोगों ने अस्पताल लाया जहां डॉक्टर ने मृत्यु घोषित कर दिया। घटना के संबंध में भगवानपुर थाना क्षेत्र के सहथा निवासी रमेश माझी के पुत्र व मृतक के भाई अविनाश कुमार ने बताया कि उसके भाई मृतक अभय कुमार को पिछले चार-पांच दिनों से बुखार लगा हुआ था जिसके बाद एक निजी अस्पताल में इलाज कराया गया तथा झार फूंक भी करवाया गया।
उसके बावजूद अविनाश कुमार की मौत 5 सितंबर की रात्रि हो गई। जिसके बाद परिजन एवं स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा शव की दाह संस्कार के लिए लालगंज बसंता जहानाबाद गंडक घाट लाया गया। जहां चीता सजाई गई तथा चिता पर मृतक को रख दिया गया। वहीं परिवार के लोग मुख अग्नि की तैयारी कर ही रहे थे तभी उक्त शव में कुछ हलचल पाया गया जिसके बाद यह बात जंगल की आग की तरह पूरे लालगंज में फैल गई।
मृत्यु के बाद जीवित होने की सूचना मिलते ही स्थानीय मुखिया सह प्रखंड मुखिया संघ अध्यक्ष गणेश राय गंडक घाट पहुंचे जहां उन्हें भी लगा कि उक्त मृत युवक जिंदा है। आनन फानन में मुखिया गणेश राय के द्वारा बोलेरो की व्यवस्था कर मृतक को लालगंज रेफरल अस्पताल भेजा गया जहां डॉक्टरों ने जांच कर उसे मृत घोषित कर दिया।
वहीं इस संबंध में लालगंज रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर नवीन कुमार ने बताया कि कई बार मृतक के शरीर में गैस बनने या आग के संपर्क में आने के कारण हलचल देखा जाता है लेकिन वह जीवित नहीं होता है इस मामले में भी यही हुआ है।
REPORT - RISHAV KUMAR