DESK : दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज शुरू होने से पहले इस बात का अनुमान लगाया जा रहा था कि कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। लेकिन हुआ इसके विपरीत, जहां पहला टेस्ट मैच सिर्फ ढाई दिन में खत्म हो गया, वहीं दूसरे टेस्ट मैच की हालत उससे भी खराब रहा। पांच दिन तक चलनेवाले टेस्ट मैच सिर्फ डेढ़ दिन में खत्म हो गया। मैच में चौथी पारी में सिर्फ 79 रन का लक्ष्य भारतीय टीम ने महज तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया।
इससे पहले मैच के दूसरे दिन अपनी दूसरी पारी खेलने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम फिर से लड़खड़ाती हुई नजर आई। पहले दिन दूसरी पारी में 62 रन पर तीन विकेट गंवाने के बाद दूसरे दिन दक्षिण अफ्रीकी पारी ज्यादा लंबे समय तक नहीं चल सकी और जसप्रीत बुमराह की धारधार गेंदबाजी के आगे महज 176 रन पर सिमट गई।
भारत की ओर से दूसरी पारी में जसप्रीत बुमराह ने छह विकेट चटकाए. वहीं मुकेश कुमार को दो, जबकि प्रसिद्ध कृष्णा और मोहम्मद सिराज को एक-एक सफलता हासिल हुई.
79 रन का लक्ष्य लेकर उतरी भारतीय टीम की शुरूआत खराब रही और यशस्वी ने अपना विकेट जल्दी खो दिया। वहीं शुभमन गिल भी कुछ शॉट खेलकर रबाडा की नीचे जाती गेंद पर बोल्ड हो गए। जिसके बाद सीरीज में बेहतर फॉर्म में दिखे कोहली भी सिर्फ 12 रन बनाकर आउट हो गए। जिसके बाद कप्तान रोहित शर्मा ने श्रेयस अय्यर के साथ सीरीज में भारत को जीत दिला दी।
भारतीय टीम की केपटाउन में यह पहली टेस्ट जीत रही. इससे पहले केपटाउन में भारत को 6 टेस्ट में 4 बार हार का सामना करना पड़ा है, वहीं 2 मैच ड्रॉ रहे थे. भारतीय टीम 1992 से साउथ अफ्रीकी जमीन पर द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज खेलती आ रही है, लेकिन उसने केपटाउन में एक भी टेस्ट जीत हासिल नहीं की थी. अब उसने केपटाउन में जीत का सूखा खत्म किया है. यही नहीं किसी एशियाई देश की केपटाउन में यह पहली टेस्ट जीत रही.