मोतिहारी जिला अवर निबंधन पदाधिकारी के सूझ बूझ से सरकारी जमीन बिक्री होने से बची. जिला अवर निबंधन कार्यालय में भूमाफिया और अंचल कार्यालय के मिलीभगत से सरकारी जमीन की फर्जी तरीके से जमाबंदी और रसीद कटाकर जमीन बिक्री के लिए पहुचे थे. जमीन रजिस्ट्री के लिए कागजात रजिस्टार के टेबल पर पहुंचा था लेकिन रजिस्टार को कागजात देखकर संदेह हुआ . जब विक्रेता से पूरी कागजात मांगी गयी तो अंचल कार्यालय और भूमाफिया गठजोड़ की पोल खुल गयी.जमीन गैरमजरूआ निकला . जिसका फर्जी तरीके से जमाबंदी बनाकर रसीद भी काट दिया गया था. प्रभारी रजिस्टार ने जमीन रजिस्ट्री पर रोक लगाते हुए अचल कार्यालय से स्पष्टीकरण की मांग किया है. मामला तुरकौलिया अंचल से जुड़ा हुआ है.
मोतिहारी प्रभारी अवर निबंधन पदाधिकारी योगेश त्रिपाठी के सूझबूझ से सरकारी जमीन बिक्री होने से बचा. वही भूमाफिया और तुरकौलिया अंचल कार्यालय के गठजोड़ कर बड़ा फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ है. गुरुवार को तुरकौलिया अंचल के जयसिंहपुर के खेसरा नम्बर 6507 की जीमन बिक्री करने के लिए जिला निबंधन कार्यालय में कागजात प्रस्तुत किया गया. प्रस्तुत कागजात पर प्रभारी रजिस्टार संदेह हुआ . तब विक्रेता को जमीन के कागजात प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया . प्रस्तुत कागजात में अंचल कार्यालय के बड़ा फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ. बिक्री किया जा रहा जमीन गैरमजरूआ निकला लेकिन अंचल कार्यालय के मिलीभगत से उक्त जमीन का फर्जी तरीके से जमाबंदी कर रसीद भी काट दिया गया था. जमीन फर्जीवाड़ा की पोल खुलते ही प्रभारी रजिस्टार ने जमीन बिक्री पर रोक लगाते हुए अंचल कार्यालय से स्पष्टीकरण की मांग किया है.
प्रभारी रजिस्टार योगेश त्रिपाठी ने बताया कि तुरकौलिया जयसिंहपुर में गैरमजरूआ जमीन का फर्जी जमाबंदी बनाकर और रसीद लगाकर बिक्री करने का प्रयास किया गया था. मामला पकड़ में आने पर बिक्री पर रोक लगाते हुए अंचल कार्यालय से स्पस्टीकरण की मांग किया गया है. अंचल कार्यालय से बार बार पत्राचार कर सरकारी जमीन का ब्यौरा मांगा जाता है. अंचल कार्यालय से सरकारी जमीन का ब्यौरा मिलने पर रोक पंजी में चढ़ जाने पर खरीद बिक्री पर रोक लगायी जा सकता है.
रिपोर्ट- हिमांशु