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फर्जी केस में मुखिया पति को फंसाना पड़ गया भारी, अब खुद की गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार चल रहे हैं दारोगा सहित चार पुलिसकर्मी

फर्जी केस में मुखिया पति को फंसाना पड़ गया भारी, अब खुद की गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार चल रहे हैं दारोगा सहित चार पुलिसकर्मी

GAYA : नवादा जिले के दो दारोगा सहित चार पुलिसकर्मी बुरी तरह से फंस गए हैं। अदालत से गिरफ्तारी का वारंट जारी हुआ हो तो सभी अपनी ड्यूटी से फरार हो गए । वाक्या नवादा जिले के नारदीगंज थाना कांड संख्या -67 / 21 से जुड़ा है।दारोगा रामकृपाल यादव , मदन कुमार सिंह , जमादार बड़े लाल यादव , मुंशी बाल्मिकी सिंह कुल चार पुलिस कर्मी इन दिनों फरार चल रहे हैं। गिरफ्तारी नहीं हो रही है तो अब इश्तेहार व कुर्की की तैयारी की जा रही है हालांकि इनमें दो अग्रिम जमानत पाने के लिए जिला जज की अदालत पहुंच गए हैं।

बताया गया कि नारदीगंज थाना क्षेत्र के पचेया गांव के अजित कुमार उर्फ गुडू को बीते वर्ष पुलिस ने घर से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के दौरान और बाद में पुलिस द्वारा उनकी बुरी तरह से पिटाई की गई थी।  रुपये , गहने आदि छीन लिए गए थे। जेल जाने के पूर्व अदालत के संज्ञान में पुलिस बर्बरता को लाया गया। तब अदालती आदेश पर उनकी सदर अस्पताल में चिकित्सीय जांच कराया गया था। लेकिन पीड़ित की शिकायत थाने में दर्ज नहीं की गई। डीएम-एसपी से लेकर तमाम वरीय अधिकारियों को की गई शिकायत अनसुनी कर दी गई थी।

थाना व जिला प्रशासन के स्तर पर प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई तो पीड़ित पक्ष इंसाफ के लिए पटना हाइकोर्ट चले गए। हाइकोर्ट का अदेिश प्राथमिकी दर्ज करने का हुआ लेकिन हाइकोर्ट के आदेश को भी पुलिस रद्दी समझ बैठी तब पीड़ित ने अधिवक्ता के माध्यम से अवमानना वाद दायर किया। जिसके बाद प्रशासनिक सिस्टम हरकत में आया और प्राथमिकी कांड संख्या 67/21 दिनांक 13/04/21 दर्ज की हाइकोर्ट के आदेश पर सीआइडी द्वारा मामले की जांच शुरू की गई।सीआइडी के अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार द्वारा मामले का पर्यवेक्षण किया गया । उनका पर्यवेक्षण व सीआइडी इस्पेक्टर विपिन कुमार की जांच में सारी घटना का सच सामने आया । चार पुलिस पदाधिकारी लपेटे में आ गए। सीआइडी के अधिकारियों ने अजित की शिकायतों को पर्यवेक्षण व अनुसंधान में सत्य पाते हुए संलिप्त पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों की गिरफ्तारी के लिये अदालत से वारंट प्राप्त कर लिया । फिलहाल , दो दारोगा रामकृपाल यादव व मदन कुमार सिंह , जमादार बड़े लाल यादव , मुंशी बाल्मिकी सिंह के खिलाफ 16 अगस्त 21 को वारंट निर्गत हुआ है। सभी फरार बताए गए हैं ।

पुलिसकर्मियों ने अग्रिम जमानत की लगाई अर्जी

पीड़ित अजित कुमार उर्फ गुड्डु की लिखित शिकायत पर भादवि की धारा 341/323/354/379/504/427 में दर्ज कांड के अभियुक्त नारदीगंज थाना के तत्कालीन प्रभारी थानाध्यक्ष राम कृपाल यादव अग्रिम जमानत का आवेदन संख्या- 1087/21 व पुलिस पदाधिकारी मदन कुमार सिंह ने भी अग्रिम जमानत आवेदन संख्या 1133/21 जिला एवं सत्र न्यायाधीश के न्यायालय में दायर किया है। दोनों जमानत आवेदन पत्र को सुनवाई के लिए तृतीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के न्यायालय में स्थानांरित किया गया है। जिस पर सोमवार को सुनवाई होनी है।

दो का तबादला हो चुका है गया जिला

 जिन चार पुलिसकर्मियों पर वारंट जारी हुआ है उसमें दारोगा रामकृपाल यादव व जमादार बड़े लाल यादव का तबादला गया जिला हो चुका है। दोनों किसी थाना में पदस्थापित हैं। वहीं मदन कुमार सिंह और बाल्मिकी सिंह नारदीगंज थाना में ही पदस्थापित हैं। 

क्या था पूरा मामला

अजित की मां 03 सितंबर 20 की सुबह धनियावां पहाड़ी मंदिर से पूजा कर अपनी नई मैजिक वाहन संख्या - बी आर 02 / पीबी 4426 से लौट रही थी। नारदीगंज दलेलपुर मोड़ पर भीरखु सिंह के ईंट भट्ठा के समपी अनियंत्रित वाहन से बचने क्रम में फिसल कर सड़क के किनारी चली गई थी। जिसे एक ट्रैक्टर की मदद से बाहर लाया जा रहा था। तभी मोटरसाइकिल पर सवार तत्कालीन प्रभारी थानाध्यक्ष रामकृपाल यादव व दफादर चंद्रमौली सिंह वहां पहुंचे और वाहन को थाना ले जाने का दबाव बनाया। थाना के लफड़ा से बचने के लिये 10 हजार रुपये की मांग किया गया। रकम नहीं देने पर मुकदमा में फंसा देनी की भी धमकी दी गई।  बाद में प्रभारी थानाध्यक्ष रामकृपाल ने खुद के बयान पर जान से मारने का प्रयास, सरकारी काम में बाधा आदि से संबंधित कई धाराओं में मुकदमा कांड संख्या 175-20 दर्ज कर लिया। इसी कांड के आधार पर अजित की गिरफ्तारी की गई।

पीड़ित की पत्नी है मुखिया

अजित एलआइसी के अधिकारी व पत्नी हैं मुखिया पुलिस ने जिस अजित को घर से उठाया वे खुद एलआइसी के विकास अधिकारी हैं। पत्नी दिव्या प्रधान नारदीगंज प्रखंड के ही पेश पंचायत की मुखिया हैं। अब समझा जा सकता है कि उन पुलिस वालों को वर्दी की गरमी किस कदर थी कि एक मुखिया के घर से उसके अधिकारी पति को उठाती है और बेरहमी पूर्वक पीटती है घरेलु उपकरण को तोड़ती है। पास रहे रुपये व गहने को अपना माल समझ लेती है।मेडिकल में अजित के शरीर पर 11 इंज्यूरी पाई गई थी।

REPORTED BY AMAN SINHA

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