मुजफ्फरपुर - एक तरफ़ बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयासरत हैं, वहीं मुजफ्फरपुर में एक ऐसा भी अस्पताल है, जो करीब 1 दशक पहले करोड़ों रुपए के लागत से बनकर तैयार तो हो गया, लेकिन आजतक इस अस्पताल का उद्घाटन नहीं हुआ, नतीजा आज ये खंडहर बन चुका हैं, इलाके में लोग इसे हॉन्टेड हाउस कहने लगे है.
अस्पताल के चारों तरफ बड़े बड़े खर पतवार उग आए है, अस्पताल में लगे टाइल्स मार्बल, चौखट दरवाजा ग्रिल सब उखाड़ कर ले जाया गया अब इस अस्पताल के पास से गुजरने में भी लोगो को डर लगता है.
मुजफ्फरपुर जिले के पारु प्रखंड के सरैया पंचायत के चांदपुरा चौर में बने अस्पताल का, इस अस्पताल का निर्माण भवन निर्माण विभाग द्वारा किया गया था, जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर पारु के चांदपुरा में 6 एकड़ जमीन में करीब 5 करोड़ की लागत से ये अस्पताल बनकर तैयार हो गया था, यह 2015 में पूरी तरीके से बनकर तैयार हो गया था, इसमें 30 से अधिक बेड की व्यवस्था की गई, तमाम उपकरण लगाए गये थे, लेकिन सबकुछ तैयार होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने इसे टेक ओवर नहीं किया.
वर्षों तक ये अस्पताल ऐसे पड़ा रहा, धीरे धीरे ये चोरों और असमाजिक लोगो का अड्डा बन गया. फिर इसमें लगे बिजली के उपकरण, टाइल्स, मार्बल, चौखट, ग्रिल सब चोरी हो गये.
स्थानीय लोगो के अनुसार जब इस अस्पताल का निर्माण हुआ था तो लोगो को उम्मीद जगी की इस इलाके में अब बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था होगी, लेकिन विभाग की लचरता से आजतक अस्पताल शुरू नहीं हुआ. इस अस्पताल में मुख्य बिल्डिंग के अलावा एक स्टाफ बिल्डिंग, और एक जांच केंद्र भी बनाया गया. लेकिन आज स्थिति इतनी जर्ज़र है कि वहां तक पहुंचना मुश्किल है...
हालांकि मीडिया में आने के बाद अब जिला प्रशासन की नींद टूटी है, जिले के सिविल सर्जन, स्थानीय अंचलधिकारी ने अस्पताल की जाँच की है. मामले में मुजफ्फरपुर पश्चिमी की SDM श्रेया श्री ने बताया कि अभी इसके बारे में विशेष जानकारी नहीं है, लेकिन इसको लेकर जांच के आदेश दिये गये है.
रिपोर्ट-मणि भूषण शर्मा