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डरा रहे हैं कोरोना के बढ़ते आंकड़े! कहीं जश्न फीका ना कर दे सब वेरिएंट जेएन.1 कोरोना! लगातार बढ़ रहे मामलों ने बढ़ाई चिंता

डरा रहे हैं कोरोना के बढ़ते आंकड़े! कहीं जश्न फीका ना कर दे सब वेरिएंट जेएन.1 कोरोना! लगातार बढ़ रहे मामलों ने बढ़ाई चिंता

PATNA-  नया साल दस्तक दे रहा है ऐसे में कोरोना के बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है. कोविड के नए वेरिएंट JN.1 ने दस्तक दे दी है. पिछले कुछ दिनों में अलग-अलग राज्यों में इस वैरिएंट की वजह से कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या में इजाफा भी हुआ है. सोमवार को देशभर में कोविड के 628 नए मामले सामने आए.वहीं बिहार में कोरोना वायरस के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं. सोमवार को रोहतास जिले में कोरोना से संक्रमित पहला और राज्य में चौथा मरीज मिला. पटना के बाहर यह पहला मरीज है जो कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. कोरोना संक्रमित पाई गई मरीज 10 साल की बच्ची है. नोखा की रहने वाली लड़की फिलहाल नारायण मेडिकल कॉलेज अस्पताल सासाराम में भर्ती है. सासाराम जिले में सोमवार को कुल 76 लोगों की जांच की गयी.  कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद जिले में सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है. इधर, राज्य में कोरोना जांच को लेकर अभियान जारी है. पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य भर में 3800 सैंपलों की जांच की गयी है.

संक्रमित बच्ची एक पारिवारिक समारोह में शामिल होने के लिए गया के इमामगंज शेरघाटी गयी थी. जहां उनके एक रिश्तेदार आसनसोल से उनके साथ वहां शामिल होने आये थे. हालांकि वह स्वस्थ थे. उनके परिवार के सभी सदस्य और उनके संपर्क में आने वाले लोग स्वस्थ हैं. समारोह से लौटने के बाद बच्ची की तबीयत खराब हो गई और उसे डॉक्टरों के पास ले जाया गया. डॉक्टरों के रेफर करने के बाद वह इलाज के लिए नारायण मेडिकल कॉलेज अस्पताल आई. जहां कोरोना जांच के बाद वो संक्रमित पाई गई.

देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. कर्नाटक में कोरोना के नए वैरिएंट से संक्रमित तीन मरीजों की मौत हो गई. इसी बीच क्रिसमस और नए साल की छुट्टियां मनाने के लिए बढ़ी तादाद में सैलानी पहाड़ी इलाकों की ओर रुख कर रहे हैं.वहीं  बता दें कि लंबे समय के बाद 21 दिसंबर को पटना में दो नये कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की गयी थी. उनमें से एक का केरल और दूसरे का असम की यात्रा करने का इतिहास था. वहीं रविवार को पटना में तीसरा मरीज मिला था. जिसके बाद अब राजधानी पटना से बाहर कोरोना संक्रमण का पहला और राज्य का चौथा केस मिला है.

स्वास्थ्य विभाग ने जिलों को अलर्ट करते हुए आरटीपीसीआर जांच की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया है. कोरोना महामारी के बाद 15 जिलों में आरटीपीसीआर जांच के लिए उपयोग में लाये जाने वाला वायरल ट्रांसपोर्ट मीडिया (वीटीआर) खत्म हो चुका है. अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की समीक्षा बैठक में वीटीआर की कमी की जानकारी मिली. इसके बाद विभाग की ओर से 48 हजार वीटीआर का आवंटन जिलों को कर दिया गया है, जिससे जांच में तेजी आये. साथ ही जिलों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने यहां जांच के लिए आवंटित वीटीएम अविलंब प्राप्त कर जांच आरंभ कर दें. 

देश में कोरोना के बढ़ते आंकड़े एक बार फिर डराने लगे हैं. कोविड 19 के सब वेरिएंट जेएन.1 के 63 मामले सामने आए जिनमें से 34 मामले गोवा में पाए गए. अधिकारियों ने सोमवार को कोरोना अपडेट देते हुए कहा कि महाराष्ट्र से नौ, कर्नाटक से आठ, केरल से छह, तमिलनाडु से चार और तेलंगाना में दो मामले सामने आए हैं. नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल ने बीते सप्ताह कहा था कि भारत में वैज्ञानिक कोरोना वायरस के नए उप-स्वरूप की बारीकी से पड़ताल कर रहे हैं और राज्यों को परीक्षण बढ़ाने तथा अपनी निगरानी प्रणालियों को मजबूत करने की जरूरत है. कोरोना के नये वेरिएंट को लेकर अधिकारियों ने बताया कि देश के कई राज्यों में जेएन.1 से संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है, लेकिन तत्काल चिंता का कोई कारण नहीं है क्योंकि संक्रमित लोगों में से 92 फीसदी मरीज घर में रहकर ही उपचार का विकल्प चुन रहे हैं, जिससे पता चलता है कि नए उप-स्वरूप के लक्षण हल्के हैं. उन्होंने कहा था कि अस्पताल में भर्ती होने की दर में भी कोई वृद्धि नहीं हुई है और अन्य चिकित्सकीय स्थितियों के कारण अस्पताल में भर्ती होने वालों में कोविड-19 पाया जाना आकस्मिक मामला है.

 केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा साझा की गई संशोधित कोविड निगरानी रणनीति के लिए विस्तृत दिशानिर्देशों का प्रभावी अनुपालन सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया है. वहीं दरभंगा एयरपोर्ट पर कोरोना की जांच शुरू कर दी गयी है. आने वाले यात्रियों की जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि जिले के सभी पीएचसी व अनुमंडल अस्पताल को एंटीजन रैपिड टेस्ट किट मुहैया कराया जा रहा है. सांस लेने में दिक्कत से जुड़े मरीजों के आने पर अस्पतालों में सबसे पहले उनकी जांच एंटीजन रैपिड टेस्ट किट से की जानी है. अभी तक यहां एक भी मरीज नहीं मिला है. स्वास्थ्य विभाग जांच पर विशेष जोर दे रहा है. साथ में लोगों को सतर्क रहने को कहा जा रहा है.  

  

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