BUXAR : बक्सर में एक पुलिस पदाधिकारी का घिनौना करतूत सामने आया है। कुछ माह पूर्व उसे इंस्पेक्टर पद की प्रोन्नति मिलने के पश्चात एसपी द्वारा साइबर थाना की जिम्मेवारी सौंपी गयी थी। हालाँकि इंस्पेक्टर पर एक महिला के साथ अवैध संबंध, जान से मारने की धमकी देने समेत अवैध तरीके से बालू और शराब माफिया से पैसा वसूली करने का आरोप में शाहाबाद क्षेत्र के डीआईजी को आवेदन दिया गया था। डीआईजी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपित इंस्पेक्टर को सस्पेंड करते हुए डिहरी पुलिस लाइन में योगदान करने का निर्देश दिया है।
इस सम्बन्ध में शाहपुर थाना क्षेत्र के छोटकी नैनीजोर निवासी भीमसेन तिवारी ने बताया की नैनीजोर ओपी थाना में करीब दो वर्ष पूर्व मनोज पाठक थानेदार बनकर आये थे। उन्होंने हमारे यहां किरायेदार के रूप में रहने का आग्रह किया। घर में हम पति-पत्नी और बच्चे ही थे। इसलिए उनको एक कमरा दे दिया गया। लगभग एक वर्ष तक स्थिति सामान्य रही। वही हमको अपने थाना का निजी चालक बना रात्रि गश्ती पर भेज दिया करते थे। इस दौरान हमारे मोबाईल का लोकेशन भी चेक करते रहते थे। लेकिन उसके उपरांत उन्होंने मौका देखकर पत्नी को अपने जाल में फांस लिया। हालांकि इसकी भनक मुझे लंबे समय तक नहीं लगी। तबादला हो जाने के बाद भी यही से आना-जाना कर रहे थे। जबकि मेरे गांव की जिला मुख्यालय से दूरी 46 किलोमीटर के आसपास है। कुछ माह पहले ही मुझे इस बात की जानकारी बच्चों से मिली। एक दिन मैंने उन दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया। तब मेरे साथ उक्त दरोगा ने मारपीट भी की। कार्रवाई शुरू हो जाने के बाद अब धमकियां भी दे रहे हैं।
ज्ञात हो की पिछले दिनों विभाग के द्वारा पदोन्नति देकर आरोपी को इंस्पेक्टर बना दिया गया था। इंस्पेक्टर बनने के बाद उन्हें साइबर थाना में तबादला कर दिया गया था। तबादले के बाद भी इंस्पेक्टर उक्त मकान में ही रहते थे। उसी दौरान भीमसेन ने आरोप लगाया कि उनकी पत्नी के साथ इंस्पेक्टर का काफी दिनों से अवैध संबंध है। अवैध संबंध का विरोध करने पर उनके साथ मारपीट की गई। साथ ही उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई।
जब पत्रकारों ने इस संबंध में निलंबित इंस्पेक्टर मनोज पाठक से उनका पक्ष जानना चाहा। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा की यह आरोप झूठे हैं। मेरा सामान उनके घर में पड़ा हुआ है और कुछ पैसे का लेनदेन का मामला भी है। इस वजह से इस तरह के झूठे आरोप लगाकर मुझे फंसाया जा रहा है।
बक्सर से संदीप वर्मा की रिपोर्ट