पटनाः बिहार विधानसभा में आज अजीब स्थिति उत्पन्न हो गई। सरकार के श्रम संसाधन मंत्री जीवेश कुमार ने प्रश्नकाल के दौरान सदन में उठकर कहा कि आज यह स्पष्ट होना चाहिए कि एसपी-डीएम बड़ा या सरकार।डीएम-एसपी की वजह से हमारी गाड़ी को रोक दी गई। आज सदन में सरकार क्लीयर करे। मंत्री के स्वीकारोक्ति के बाद सदन में भारी बवाल हुआ। तमाम विपक्षी सदस्य मंत्री जीवेश कुमार के साथ हो गये। भाकपा माले विधायक दल के नेता नेे कहा कि विधायक की पिटाई तो हो ही गई अब मंत्रियों की पिटाई बच गया है। विपक्षी विधायक पहली बार मंत्री जो न्याय दिलाने वेल में पहुंचे।
मंत्री जी को न्याय दो
विपक्षी विधायक मंत्री के समर्थन में आ गये। राजद समेत सभी विपक्षी सदस्य वेल में पहुंचकर मंत्री जी न्याय दो का नारा बुलंद करने लगे। विपक्षी सदस्यों ने कहा कि मंत्री जी को हर हाल में न्याय मिलनी चाहिए। शोर-गुल कर रहे सदस्यों से अध्यक्ष ने कहा कि मंत्री जी को जरूर न्याय मिलेगा।
मंत्री की गाड़ी को रोक डीएम-एसपी की गाड़ी को किया गया पास
मंत्री जीवेश कुमार ने कहा कि आज जब हम सदन आ रहे थे इसी दौरान उनकी गाड़ी को रोक दी गई। कहा गया कि एसपी-डीएम जा रहे हैं इसलिए आप नहीं जा सकते। यह तो अजीब स्थिति है। वैसे डीएम-एसपी को तुरंत सस्पेंड किया जाना चाहिए। मंत्री के इस बात पर सदन में भारी हंगामा हुआ। विपक्ष पूरी तरह से मंत्री जीवेश मिश्रा के साथ खड़ा हो गया। अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि विधायकों की प्रतिष्ठा सबसे बड़ी है। सरकार की तरफ से ससंदीय कार्य मंत्री सदन में जवाब देंगे।
सरकार ने अध्यक्ष के पाले में डाला गेंद
संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि मंत्री जी ने कहा कि विधानसभा परिसर में यह वाकया हुआ है। ऐसे में पूरा अधिकार विधानसभा अध्यक्ष का है। आसन जो निर्णय ले सरकार इस पर तैयार है। वहीं मंत्री को रोके जाने का मसले पर सभी दल के नेता सदन में बोल रहे थे। इस दौरान भाकपा माले विधायक दल के नेता महबूब आलम ने मांग किया कि जिसने भी ऐसी हरकत की है उन पर सख्त कार्रवाई हो। इसी साल विधायकों की पिटाई तो हुई ही अब मंत्री को पिटाना बच गया है।