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MP के CM की अग्निपरीक्षा ! BJP के 'मोहन यादव' बिहार में कैसे होंगे सफल ? यादव समाज को 'लालू-तेजस्वी' के अलावे दूसरा कोई भी मंजूर नहीं...अब तक भाजपा का हर हथकंड़ा हो चुका है फेल

MP के CM की अग्निपरीक्षा ! BJP के 'मोहन यादव' बिहार में कैसे होंगे सफल ? यादव समाज को 'लालू-तेजस्वी' के अलावे दूसरा कोई भी मंजूर नहीं...अब तक भाजपा का हर हथकंड़ा हो चुका है फेल

PATNA:  मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव बिहार में सफल होंगे ? क्या बिहार के यादव वोटर मध्य प्रदेश के यादव नेता को देख-सुनकर भाजपा को वोट करने को तैयार होंगे ? मोहन यादव बिहार के बड़े क्षत्रप लालू-तेजस्वी से कैसे पार पाएँगे ? क्या अब बिहार भाजपा से जुड़े यादव समाज के धुरंधरों पर नेतृत्व को भरोसा नहीं रहा ? ये तमाम सवाल राजनीतिक गलियारे में तैर रहे हैं. भाजपा के मोहन यादव के लिए राह इतनी आसान नहीं है. भाजपा ने भले ही मोहन यादव पर बड़ा दांव लगाया हो, लेकिन वे बिहार में नेतृत्व की अपेक्षा पर खरे उतरेंगे, इस पर संशय है. उनके लिए बिहार के यादव वोटरों में सेंध लगाना आसान नहीं बल्कि बड़ी मुश्किल है . 

यादव वोटरों में सेंध लगाना आसान नहीं  

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव कल 18 जनवरी को पटना आ रहे हैं. यादव समाज की तरफ से यह कार्यक्रम आयोजित की गई है. यादव समाज उन्हें सम्मानित करेगा. भारतीय जनता पार्टी पर्दे के पीछे से कार्यक्रम करा रही है. मकसद है बिहार के यादव वोटरों में सेंध लगाना. लेकिन यह काम आसान नहीं दिखता...यादव समाज आज भी लालू परिवार को ही जानता और मानता है. इसके अलावे यादव वोटरों को कोई दूसरा यादव नेता मंजूर नहीं. भाजपा नेतृत्व ने यादवों वोटरों में तोड़ के लिए नंदकिशोर यादव, नित्यानंद राय को लगाया, राजद से तोड़कर रामकृपाल यादव को मैदान में उतारा. ये नेता भी सफल नहीं हो सके. भूपेन्द्र यादव को बिहार का प्रभारी बनाया गया. इसके बाद भी रिजल्ट शून्य रहा. अधिकांश यादव वोटरों ने लालू यादव के बाद अब उनके बेटे तेजस्वी यादव को अपना नेता को मान चुका है. यादव वोट बैंक एकमुश्त राजद का माना जाता है. 

भाजपा का मिशन यादव होगा कामयाब या औंधे मुंह गिरेगा ?

बिहार में यादव वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए बीजेपी ने मिशन यादव की शुरुआत की है. जातीय जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक बिहार में यादवों की आबादी करीब 14 फीसदी है. सूबे में यादव परंपरागत रूप से लालू यादव के सपोर्टर माने माने जाते हैं. आरजेडी के 15 साल के लंबे शासन के पीछे भी एकमुश्त यादव वोट बैंक को वजह माना जाता था. बीजेपी लंबे समय से यादव वोट में सेंध लगाने की रणनीति पर काम करती रही है, लेकिन इसमें कुछ खास सफलता हाथ लगी नहीं. अब बीजेपी की एक और कोशिश शुरू हुई है. अपने यादव सीएम का चेहरा आगे कर यादव वोट में सेंध लगाना. इसके लिए मध्यप्रदेश के नवनियुक्त सीएम मोहन यादव को चुना गया है. मोहन यादव गुरुवर यानि 18 जनवरी को पटना में यादव समाज की ओर से आयोजित एक अभिनंदन समारोह में शामिल होंगे. मोहन यादव गुरुवार को 12 बजे पटना एयरपोर्ट पहुंचेंगे. पटना एयरपोर्ट स्टेट हैंगर के पास बीजेपी नेताओं द्वारा मोहन यादव का स्वागत किया जाएगा. इसके बाद वे श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल जाएँगे,जहां उन्हें सम्मानित किया जाएगा. इसके बाद वे सभा को संबोधित करेंगे


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