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77 विधायकों वाले दल के प्रदेश अध्यक्ष को जवाब देने 45 MLA वाली पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मैदान में कूदे ! अग्निपथ की आग में धधक रहा बिहार NDA

77 विधायकों वाले दल के प्रदेश अध्यक्ष को जवाब देने 45 MLA वाली पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मैदान में कूदे ! अग्निपथ की आग में धधक रहा बिहार NDA

पटना. अग्निपथ योजना के विरोध में बिहारमें हुए हिंसक उपद्रव के बीच बिहार एनडीए में आग धधकने लगा है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष संजय जयसवाल ने दल के नेताओं पर हमले व रेल संपत्ति नुकसान को लेकर राज्य प्रशासन की भूमिका पर सवाल खड़े किये हैं। उन्होंने कहा है कि बिहार में सुनियोजित ढंग से साजिश की गई है. उपद्रव में प्रशासन की भूमिका अच्छी नहीं रही है. उपद्रवी हर और हिंसा और आगजनी करते रहे लेकिन पुलिस चुप रही। संजय जायसवाल ने अग्निपथ योजना पर सवाल खड़े करने वाले जेडीयू नेताओं पर भी अपरोक्ष रूप से हमला बोला। इसके बाद नीतीश कुमार की पार्टी के राष्ट्रीय नेता जवाब देने मैदान में उतर गए। 

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को घेरने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष उतरे 

जेडीयू की स्थिति ऐसी हो गई है कि सहयोगी दल के प्रदेश नेतृत्व को जवाब देने के लिए प्रदेश स्तरीय नेतृत्व सक्षम नहीं। लिहाजा नीतीश कुमार के बाद के दो सबसे बड़े नेताओं को मैदान में उतरना पड़ा। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को जवाब देने के लिए खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह व संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को जवाब देने रण में कूद गए। दोनों ने भाजपा के प्रदेश नेतृत्व पर हमला बोला।  जेडीयू राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने सहयोगी दल के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल पर निजी वार किये। उन्होंने कहा कि अग्निपथ के खिलाफ लोगों के आक्रोश से संजय जायसवाल ने अपना संतुलन खो दिया है.जायसवाल के आरोपों पर पलटवार करते हुए ललन सिंह ने कहा कि उनको सवाल करने के पहले अपनी नीतियों को देखना चाहिए. उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार हमेशा ही गुड गवर्नेस के लिए जाने जाते हैं. उन्हें पता है कि सरकार कैसे चलाना है. जायसवाल को जदयू को समझाने के बदले लोगों को समझाना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रशासन भला भाजपा को निशाना क्यों बनाएगी. केंद्र ने जो अग्निपथ लाया है उसके खिलाफ युवाओं का आक्रोश उभरा है. ऐसे में भाजपा को युवाओं के मन की आशंका को दूर करना चाहिए लेकिन भाजपा जदयू और प्रशासन पर सवाल उठा रही है. वहीं जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि संजय जायसवाल की बातों को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं। ये पहले भी कई मुद्दों पर हल्की बातें कर चुके हैं। अगर संजय जायसवाल को कोई दिक्कत है तो डीजीपी को आवेदन दें। 

जानें बीजेपी अध्यक्ष ने क्या कहा था

भाजपा कार्यालयों और भाजपा नेताओं-विधायकों पर हुए हमले के बाद भड़की BJP ने प्रशासन से सवाल किया.  संजय जायसवाल ने कहा कि BJP को टारगेट किया जा रहा, प्रशासन की भूमिका सवालों के घेरे में है. BJP ने बिना JDU और एनडीए सहित अन्य विपक्षी दलों का नाम लिए कहा कि आपको अग्निपथ पर कहाँ एतराज है आकर बताइए. उन्होंने कहा कि नवादा सहित कई जिलों में भाजपा कार्यालय में तोड़फोड़ पुलिस के सामने की गई. पुलिस की मौजूदगी में भाजपा के परिसरों को निशाना बनाया गया. जायसवाल ने कहा कि अगर पुलिस प्रशासन एक्टिव रहती तो जिस तरह की हिंसा बिहार में हुई है वह नहीं होती . साथ ही प्रदर्शन के नाम पर बीजेपी को जिस तरह से टारगेट किया जा रहा है वह कई सवाल खड़े करता है. जायसवाल ने कहा कि हमने इस मुद्दे पर डीजीपी और गृह सचिव से बात की है. अग्निपथ को सेना में बड़े बदलाव की पहल बताते हुए उन्होंने युवाओं से बहकावे में नहीं आने की अपील है. 

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष संजय जयसवाल को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा कि अग्निपथ के खिलाफ लोगों के आक्रोश से संजय जयसवाल ने अपना संतुलन खो दिया है. संजय जायसवाल ने शनिवार को नीतीश सरकार पर हमला बोला और भाजपा के कार्यालयों एवं नेताओं पर हुए हमले के लिए प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाया. जायसवाल के आरोपों पर पलटवार करते हुए ललन सिंह ने कहा कि संजय जायसवाल को सरकार पर सवाल करने के पहले अपनी नीतियों को देखना चाहिए. उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार हमेशा ही गुड गवर्नेस के लिए जाने जाते हैं. उन्हें पता है कि सरकार कैसे चलाना है. जायसवाल को जदयू को समझाने के बदले लोगों को समझाना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रशासन भला भाजपा को निशाना क्यों बनाएगी. केंद्र ने जो अग्निपथ लाया है उसके खिलाफ युवाओं का आक्रोश उभरा है. ऐसे में भाजपा को युवाओं के मन की आशंका को दूर करना चाहिए लेकिन भाजपा जदयू और प्रशासन पर सवाल उठा रही है. संजय जायसवाल से हमें शिक्षा लेने की जरूरत नहीं है. अगर बिहार में संजय जायसवाल प्रशासन पर सवाल उठा रहे हैं तो जायसवाल को भाजपा शासित यूपी, हरियाणा आदि राज्यों में देखना चाहिए. उन राज्यों में भी अग्निपथ को लेकर विरोध हुआ है. वहां क्यों नहीं गोली चलवा दी गई? संजय जायसवाल का बिहार प्रशासन पर सवाल करना दिखाता है कि उनका संतुलन बिगड़ गया है. 

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