कोविड वैक्सीन को लेकर नर्स की लापरवाही पड़ी स्वास्थ्य विभाग पर भारी, गांव में ही जाकर कर दिया वैक्सीनेशन

DESK: देश में कोरोना वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. फिलहाल कोविड वैक्सीन 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों के लिए और गंभीर बीमारियों से पीड़ित 45 साल से ऊपर के व्यस्कों के लिए उपलब्ध है. राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित सभी बड़े नेताओं और मंत्रियों ने कोरोना वैक्सीन लगवा ली है और लोगों को इसे लगाने के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं. इसी बीच उत्तर प्रदेश से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिससे वहां के स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है.

मामला बाराबंकी जिले में कोरोना वैक्सीनेशन के बीच लापरवाही बरतने का है. प्रदेश में कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए एएनएम की नियुक्ति की गई है. इसी बीच जिले में एक एएनएम अपना टीका लगाने का टारगेट पूरा करने के लिए गांव पहुंच गई. उसने गांव में जाकर करीब 20 लोगों को टीका लगा दिया. एएनएम को जरा भी अंदाजा नहीं था कि यह टीका फिल्हाल बुजुर्गों के लिए उपलब्ध है और इसे स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की निगरानी में ही लगाना है. 

यह घटना बाराबंकी जिले के रामनगर सीएचसी का है. यहां की एएनएम ने सीएचसी अधीक्षक डॉ राजीव दीक्षित पर गंभीर आरोप लगाए हैं. आरोप के मुताबिक उन्होंने ही कोविड नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए एएनएम को सैदनपुर गांव भेजकर कई लोगों को कोरोना का टीका लगवा दिया. इस खबर के बाहर आते ही प्रशासनिक गलियारों में हड़कंप मच गया है.

जानकारी के मुताबिक उक्त एएनएम को नौकरी से हटाने की प्रक्रिया चल रही है. इस बड़ी लापरवाही पर बाराबंकी के सीएमओ का कहना है कि मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएचसी अधीक्षक को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया गया है. यह बड़ी लापरवाही है और टारगेट पूरा करने के चक्कर में इस तरह से टीका लगाना पूरी तरह से गलत है. इस मामले में जो लोग भी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.