लालगंज के थानेदार ने वैध आय से 93 प्रतिशत अधिक संपत्ति अर्जित की, EOU के छापे में 92 हजार नगद सहित निवेश के कई कागजात जब्त

पटना. आर्थिक अपराध इकाई ने वैशाली के लालगंज के तात्कालीन थानेदार चंद्र भूषण शुक्ला के चार ठिकानों पर छामेपारी कार्रवाई की. पद के दुरुपयोग और अवैध संपत्ति अर्जन के आरोप में चंद्र भूषण शुक्ला के छपरा शहर स्थित आवास, रघुनाथपुर (सीवन) स्थित पैतृक मकान, हाजीपुर स्थित किराये का मकान एवं लालगंज (वैशाली) स्थित थानाध्यक्ष का कार्यलय एवं आवास पर छापा मारा गया है. इस दौरान आर्थिक अपराध इकाई ने चंद्र भूषण शुक्ला के ठिकाने से 92 हजार रुपये नगद जब्त की है. साथ ही 9 बैंक खातों से संबंधित कागजात, 2 लॉकर, जमीन का दस्तावेज, जीवन बीमा निगम, एसबीआई लाइफ पॉलिसी में निवेश से संबंधित कागजात, एवं अन्य निवेश के कागजात भी बरामद किये गये हैं.
चंद्र भूषण शुक्ला की पत्नी के नाम बतेयि में एक आवासीय भूखंड तथा एक कृषि भूखंड तथा इनके पिता के नाम से छपरा में एक आवासीय मकान का स्वामित्व पाया गया है, जिन्हें क्रय करने में 42 लाख 93 हजार रुपये का व्यय किया गया है. इनके एवं इनकी पत्नी के नाम से संधारित बैंक खातों में 11 लाख 79 हजार रुपये जमा पाये गये हैं. शुक्ला द्वारा बीमा पॉलिसियों का प्रिमियम, म्यूचुअलफंड तथा वाहन क्रय करने में करीब 34 लाख 74 हजार रुपये व्यय किये गये हैं. इनके द्वारा अन्य मदों में करीब 13 लाख 73 हजार रुपये का व्यय किया गया है.
वैध आय से 93 प्रतिशत अधिक संपत्ति का अर्जन
वहीं चंद्र भूषण शुक्ला को वेतन एवं अन्य ज्ञात श्रोतों से करीब 64 लाख रुपये की आय हुई है एवं कुल अर्जित परिसंपत्ति 89 लाख 46 हजार रुपये पायी गयी है. इनका कुल खर्च 34 लाख 6 हजार 434 रुपये पाया गया है. इस प्रकार संभावित बचत करीब 29 लाख 93 हजार 564 होनी चाहिए. लेकिन इनकी आय से अधिक परिसंपत्ति 59 लाख 62 हजार रुपये पायी गयी है, जो इनके आय के ज्ञात श्रोतों से करीब 93 प्रतिशत अधिक है.
अवैध आय को वैध करने का प्रयास
चंद्रभूषण शुक्ला 2009 बैच के सीधे नियुक्त पुलिस अवर निरीक्षक है. वह 2019 से वैशाली में पदस्थापित था. इस दौरान उन्होंने स्वयं तथा अपनी पत्नी एवं परिजनों के नाम से काफी संपत्ति अर्जित की. विभिन्न बैंक और वित्तीय संस्थानों में भी काफी राशि का निवेश किया है. जानकारी के अनुसार चंद्रभूषण शुक्ला ने अवैध रूप से अर्जित राशि को अपने परिजनों के माध्यम से बैंक खातों में जमा करवाकर उसे वैध बनाने का प्रयास भी किया है.