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RJD की असलियत ! सावित्री बाई फुले का नाम जबरदस्ती विवादों में घसीटा...उनकी जयंती पर श्रद्धा सुमन के दो शब्द भी नहीं निकले, BJP का बड़ा हमला

RJD की असलियत !  सावित्री बाई फुले का नाम जबरदस्ती विवादों में घसीटा...उनकी जयंती पर श्रद्धा सुमन के दो शब्द भी नहीं निकले, BJP का बड़ा हमला

PATNA:  बिहार के शिक्षा मंत्री ही नहीं राजद के एक विधायक भी विवादित बयान देकर चर्चा में आना चाहते हैं. प्रो. चंद्रशेखर के बाद अब फतेह बहादुर सिंह हिंदु देवी-देवताओं के खिलाफ जहर उगल रहे. पहले मां दुर्गा को लेकर आपत्तिजनक बातें कही, अब मां सरस्वती को लेकर. राजद विधायक ने विद्या की देवी सरस्वती को लेकर बातें कहीं. फतेह बहादुर ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास के बाहर एक पोस्टर भी लगाया, जिसमें विधायक ने सावित्रीबाई फुले की बातों को दोहराते हुए फिर से सनातन पर तंज कसा है। उन्होंने पोस्टर में लिखा है कि मंदिर का मतलब मानसिक गुलामी का मार्ग और स्कूल का मतलब होता है जीवन में प्रकाश का मार्ग . न सिर्फ विपक्षी दल बल्कि सहयोगी जेडीयू ने भी राजद विधायक को कड़ी नसीहत दी है. 

इधऱ, भाजपा ने कहा है कि मां सावित्रीबाई फुले का नाम विवाद में घसीटने वाली पार्टी राजद का हाल तो देखिए, उनकी जयंती पर श्रद्धा सुमन के दो शब्द भी नहीं कह रही है. बिहार भाजपा के प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने राजद पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि 2 दिन पहले अपने राजनीतिक एजेंडा को हवा देने के लिए महात्मा सावित्रीबाई फुले का नाम जबरदस्ती एक विवाद में घसीटा. अब वही राष्ट्रीय जनता दल आज उनकी जयंती पर श्रद्धा सुमन के दो शब्द भी नहीं कह रही है । यही राष्ट्रीय जनता दल और लालू प्रसाद यादव की सच्चाई है। उनका सिर्फ एक ही एजेंडा है मुस्लिम तुष्टीकरण। इसी मकसद से राजद भारत के महापुरुषों का नाम जबरदस्ती ऊलजुल विवादों में घसीटती है. 

बता दें, हाल ही में आरजेडी के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने मां सरस्वती को लेकर विवादित बयान दिया था. फतेह बहादुर सिंह ने इससे पहले मां दुर्गा पर भी विवादित बयान दिया था जिसका खूब विरोध हुआ था.विवादित बयान देने के बाद नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने राजद विधायक को नसीहत दी थी. जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, इनका नाम फतेह बहादुर सिंह नहीं बल्कि 'कायर' बहादुर सिंह होना चाहिए। हिंदू देवी-देवताओं पर इन्हें बोलने का हक किसने दिया है ? दोहरा मापदंड नहीं चलेगा। वे घोषणा करेंगे कि जिनके यहां पूजा होती है, श्राद्ध कर्म होता है, मंत्रों का उच्चारण होता है, वहां पर ये कभी नहीं जाएंगे। ऐसी घोषणा करें 'कायर' बहादुर सिंह। 

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