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शराबबंदी का डरावना सच ! 7 साल में साढ़े 10 लाख लोगों की गिरफ्तारी, फिर भी तस्करी जारी, एक साल में 39 लाख लीटर दारू जब्त

शराबबंदी का डरावना सच ! 7 साल में साढ़े 10 लाख लोगों की गिरफ्तारी, फिर भी तस्करी जारी, एक साल में 39 लाख लीटर दारू जब्त

पटना. बिहार में अप्रैल 2016 से लागू शराबबंदी के बाद से राज्य में साढ़े 10 लाख से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हुई है. इतना ही नहीं 7 लाख से ज्यादा अपराधिक मामले भी दर्ज किए गए हैं. यह आंकड़ा बिहार सरकार की ओर से जारी किया गया है. बावजूद इसके राज्य में शराब की तस्करी का खेल जारी है. तमाम सख्तियों के बाद भी सिर्फ वर्ष 2023 में राज्य में 39.63 लाख लीटर शराब जब्त की गई है. हाल ही पेश हुए राज्य बजट में मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग से जुडी पिछले वर्षों की कर्रवाई के विवरण में यह सामने आया है. इसमें कहा गया है कि मद्यनिषेध नीति के सफल कार्यान्वयन हेतु अप्रैल, 2016 से नवम्बर, 2023 तक पुलिस एवं मद्यनिषेध पदाधिकारियों द्वारा छापेमारी करते हुए कुल 7 लाख 9 हजार 406 अभियोग दर्ज किया गया. 

शराबबंदी के मामलों में अप्रैल, 2016 से नवम्बर, 2023 तक 10 लाख 55 हजार 348 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। इस अवधि में राज्य के बाहर से 7 हजार 646 अवैध शराब के कारोबारियों को गिरफ्तार किया गया है। कुल जब्त वाहन 1 लाख 6 हजार 273 में से कुल 69 हजार 998 वाहनों को नीलाम किया गया है तथा 9 हजार 531 वाहनों को अर्थदंड पर विमुक्त किया गया है। मौजूदा समय में राज्य में कुल 84 मद्यनिषेध थाना की स्थापना की गयी है। उत्पाद अभियोगों के त्वरित निष्पादन हेतु 74 अनन्य विशेष न्यायालयों की स्थापना की गयी है।

एक साल में 39.63 लाख लीटर दारू जब्त : 

बिहार में बीते 7 सालों से शराबबंदी लागू है. लेकिन शराब का सेवन और तस्करी करने वाले इसके बाद भी आज नहीं आ रहे हैं. साल 2023 में बिहार में 39.63 लाख लीटर दारू जब्त की गई है. बिहार पुलिस मुख्यालय से जारी आंकड़ों के मुताबिक बिहार पुलिस ने साल 2023 में 25.09 लाख लीटर विदेशी शराब और 14.53 लाख देशी शराब बरामद की. बिहार पुलिस ने 72 हजार से ज्यादा एफआईआर दर्ज की और 1.43 लाख लोगों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में 17,183 वाहन जब्त किए गए हैं. वहीं पिछले सात साल में साढ़े 10 लाख से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हुई है.

तकनीकी से निगरानी : 

इतना ही नहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी पहल को सफल बनाने के लिए शराबबंदी की सफलता के लिए छापेमारी एह्तु श्वान दस्ता, ब्रेथ एनालाईजर एवं दूरबीन के साथ-साथ नयी तकनीक यथा, ड्रोन, मोटरबोट एवं डर्टबाईक का उपयोग किया जा रहा है। छापेमारी में जब्त शराब का विनष्टीकरण नियमित रूप से किया जा रहा है। राज्य में कुल 84 चेक पोस्ट कार्यरत हैं, जहाँ सी०सी०टी०वी० कैमरे से लगातार निगरानी की जा रही है।

ताड़ी व्यवसायियों को आर्थिक मदद : 

बिहार में शराबबंदी के बाद शराब और ताड़ी के परंपरागत व्यवसाय में लगे परिवारों के लिये सतत् जीविकोपार्जन योजना के अंतर्गत रोजगार हेतु 1,00,000 रुपये तक आर्थिक मदद सरकार द्वारा दी जा रही है जिसे बढाकर अब 2,00,000 रुपये किया गया है। साथ ही, नीरा के उत्पादन एवं बिक्री को प्रोत्साहित किया जा रहा है। जब्त शराब की बोतलों का सदुपयोग एवं रोजगार सृजन के उद्देश्य से चूड़ी निर्माण कराया जा रहा है। 


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