WEST CHAMPARAN : जिला मुख्यालय बेतिया से फिल्मी कहानी जैसी घटना सामने आई है। यहां पुलिस ने रेड लाइट एरिया में पिछले तीन साल से फंसी किशोरी को उसकी दिलेरी से मुक्त कराया है। दरअसल यहां प्रेमी के साथ घर से भागने के बाद गलत काम कराने वालों के कब्जे में फंसी किशोरी को पुलिस ने उसकी दिलेरी से मुक्त कराया है। इस पूरे प्रकरण में सबसे अहम बात यह है कि जो युवक उसके देह की सौदा करने आया था उसने भी किशोरी की इस काम में मदद की।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पटना के मसौढ़ी थाना क्षेत्र से एक किशोरी को उसका प्रेमी बहला-फुसला कर वर्ष 2015 में भगा ले गया था। इस मामले में किशोरी के परिजनों ने मसौढ़ी थाने में भगवानगंज के अभय कुमार नामक युवक के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। अभय उस समय मसौढ़ी के लखीबाग वार्ड नंबर 24 में रहता था। पुलिस इस मामले की तफ्तीश में जुटी थी। इसी बीच किशोरी के परिजनों ने अभय को पकड़ पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिसिया पूछताछ में अभय ने किशोरी को भगाने की बात तो स्वीकार की, लेकिन उसका मौजूदा पता नहीं बता सका। तीन साल तक बेटी का कहीं कोई पता नहीं चलने से परिजन थक-हार कर बैठ चुके थे। पुलिस भी इस मामले को एक तरह से ठंडे बस्ते में डाल चुकी थी। इस बीच तीन-चार दिनों पहले किशोरी का अचानक अपने पिता के पास फोन आया। बच्ची ने बताया कि वह बेतिया शहर के रेड लाइट इलाके में है।
इस बात की सूचना परिजनों ने पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई और बेतिया पुलिस की मदद से उसे मंगलवार को बेतिया के नाजनीन चौक स्थित रेड लाइट एरिया के एक घर से बरामद कर लिया। मौके से पुलिस ने किशोरी से गलत काम कराने के आरोप में एक महिला समेत दो को गिरफ्तार भी किया है।
रेड लाइट एरिया से बरामद पीड़िता ने बताया कि घर से भागने के बाद उसे कमरे पर रखने के नाम पर किसी के हवाले सौंप दिया गया। इसके बाद उसे उत्तर प्रदेश के मऊ, बस्ती, बनारस समेत कई शहरों में रखा गया। कुछ-कुछ माह के अंतराल पर उसका शहर बदल दिया जाता था। इसके साथ ही उसका नाम भी बदल दिया जाता था। पुलिस की मानें तो किशोरी से गलत काम कराया जाता था। अमूमन जो भी बाहरी व्यक्ति उससे मिलने जाता, वह उससे घर पर फोन करने की गुहार लगाती थी। कानूनी पचड़े में फंसने के डर से कोई मदद को तैयार नहीं होता था।
उसने बताया कि बेतिया में आने के बाद उससे मिलने पहुंचे एक बाहरी युवक से उसने मिन्नत की। उसने अपने फोन से उसकी बात परिजनों से करायी। जिसके बाद पुलिस ने उसे मुक्त कराया।
बेतिया नगर थानाध्यक्ष नित्यानंद चौहान ने बताया कि पटना के मसौढ़ी पुलिस के साथ
मंगलवार की सुबह किशोरी के परिजनों के बताये गये घर पर छापेमारी की गयी। यहां के एक कमरे से किशोरी
को बरामद किया गया,
जिसे पुलिस ने अपने
संरक्षण में रखा है। मौके से उत्तर प्रदेश के मऊ शहादतपुर की सोनी राजभर उर्फ कला
तथा मऊ के ही शीतल राजभर को गिरफ्तार किया गया है। दोनों ने खुद को दंपति बताया है।