जमुई- प्रचंड गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है. बिहार में अब तक लू लगने से 75 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 24 घंटे में ही 14 लोगों ने दम तोड़ दिया. वहीं जमुई जिले के झाझा थाना इलाके के उत्क्रमित मध्य विद्यालय उर्दू बलियाडीह के एक शिक्षक की तबियत बिगड़ने के बाद इलाज के लिए पटना जाने के दौरान मौत हो गई. शिक्षक की मौत के बाद नाराज गांव वालों ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के खिलाफ नारेबाजी किया. गांव वालों का कहना है कि जब बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं तो शिक्षकों को इस गर्मी में क्यों बुलाया जा रहा है.
मृत शिक्षक का नाम अख्तर वसी बताया जा रहा है. स्कूल में ड्यूटी के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद साथी शिक्षक उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे, हालत गंभीर होने के काऱण उन्हें पटना इलाज के लिए रेफर किया. पटना जाने के दौरान रास्ते में हीं उनकी मौत हो गई. शिक्षक के मौत से आक्रोशित ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
आक्रोशित गांव वालों का कहना है कि शिक्षा विभाग के बड़े अधिकारी को स्कूल में आना चाहिए. शनिवार को शिक्षक अख्तर वसी लगभग 9 बजे स्कूल आए तो उसकी तबियत बिगड़ने लगी और वह बेहोश होकर गिर पड़े. तबीयत बिगड़ने के दौरान स्कूल के दूसरे शिक्षकों से अख्तर वसी ने बताया कि उसका मन ठीक नहीं लग रहा है और वह बेहोश होकर स्कूल परिसर में ही जमीन पर गिर गए. बाद में स्कूल के दूसरे शिक्षक उसे झाझा के एक निजी क्लीनिक में लाए, जहां से डॉक्टर ने बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया.
शिक्षक की मौत के बाद शव को स्कूल में लाया गया, जहां लोगो की भीड़ जुट गई और आक्रोशित लोग मौके पर अधिकारियों को बुलाने की मांग करने लगे. मौत की खबर सुन आसपास के इलाके के स्कूलों के दर्जनों शिक्षक बलियाडीह के स्कूल पहुंचे. इस बीच दर्जनों की संख्या में ग्रामीण स्कूल परिसर में बैठकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के विरोध में जमकर नारेबाजी कीगांव के लोगों और शिक्षकों ने अख्तर वसी के तबीयत बिगड़ने के पीछे गर्मी की आशंका को बताया. मौके पर पहुंचे कई शिक्षकों ने यह बताया कि गर्मी को लेकर स्कूलों में बच्चों की छुट्टी दी गई है, लेकिन शिक्षकों की नहीं. शिक्षक विभाग का निर्देश का पालन करते स्कूल आ रहे हैं. उन्हें भी गर्मी लग रही है. कई शिक्षकों की तबीयत भी बिगड़ी है. गांव वालों की मांग पर शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूल पहुंचकर मामले की जानकारी ली.
बहरहाल भीषण गर्मी में शिक्षकों के स्कूल जाने का मामला तूल पकड़ने लगा है. केक पाठक के आदेश का गांव वाले जमकर विरोध कर रहे है.