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हद है लाश के लिए भी सौदा : पोस्ट मार्टम के कागजात बनाने के लिए पुलिसकर्मी करते हैं परिजनों से पैसों की वसूली, यहां बिना चढ़ावा नहीं होता काम

हद है लाश के लिए भी सौदा :  पोस्ट मार्टम के कागजात बनाने के लिए पुलिसकर्मी करते हैं परिजनों से पैसों की वसूली, यहां बिना चढ़ावा नहीं होता काम

मुजफ्फरपुर एसकेएमसीएच के पुलिस कैंप पर वसूली जारी है। मृतक के परिजनों से रुपए लेने के बाद डेड बॉडी के पोस्टमार्टम के लिए मृत्यु समीक्षा रिपोर्ट बनायी जा रही हैं। पुलिस द्वारा मांगी गई रकम नहीं देने पर मृत्यु समीक्षा रिपोर्ट बनाने में आनाकानी की जाती हैं। समय पर रिपोर्ट बनाकर पोस्टमार्टम हाउस नहीं भेजा जाता है। नतीजतन पोस्टमार्टम मृत्यु के अगले दिन हो रहा है। बुधवार को एक वीडियो भी वायरल हुआ है। जिसमें एसकेएमसीएच पुलिस कैंप पर तैनात गृहरक्षक द्वारा डेड बॉडी के मृत्यु समीक्षा रिपोर्ट बनाने के लिए दो हजार रुपए मृतक के परिजन से ली जा रही हैं। हालांकि वीडियो की पुष्टि न्यूज4नेशन नहीं करता है।

बताया जा रहा है कि नल-जल पानी बहाने के दौरान सीतामढ़ी जिला के बेलसंड थाना के चंदौली गांव में दो पक्ष के लोगों में जमकर मारपीट हुई। मारपीट के दौरान एक पक्ष से पांच लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए। हालत बिगड़ने पर इलाज के लिए एसकेएमसीएच लाने के दौरान स्व. रामवृक्ष मंडल की पत्नी सावित्री देवी की मौत हो गई। मृतक के पुत्र सुबोध मंडल ने आरोप लगाया है कि उसके मां के डेड बॉडी का पोस्टमार्टम और कड़ा बयान दर्ज करने के लिए एसकेएमसीएच पुलिस कैंप पर तीन हजार रुपए मांगा गया। घटना के दौरान जैसे-तैसे सभी लोग जख्मी को लेकर एसकेएमसीएच आए थे, इसके कारण उसके पास रुपए नहीं था। बिना रुपए लिए डेड बॉडी का पोस्टमार्टम के लिए कागजात नहीं बना रहे थे। गांव के दूसरे व्यक्ति से दो हजार रुपए लेकर दिया, तब जाकर कागजात पुलिस कर्मी ने बनाया। तबतक डॉक्टर जा चुके थे। 

नतीजतन चौबीस घंटे तक एसकेएमसीएच में रूकना पड़ा। रुपए के अभाव में देरी से पोस्टमार्टम होने के कारण समय से उसकी मां की अंतेष्टि नहीं हो सकी। हिंदू रिति-रिवाज के कारण पचास से अधिक परिवार के लोगों को क्रियाक्रम करने मे परेशानी झेलनी पड़ी है। सुबोध ने यह भी बताया है कि मां की मौत हुई थी इसलिए कुछ नहीं कर सका। श्रद्धकर्म पूरि है जाने के बाद वरीय पदाधिकारी से मिलकर शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की जाएगी।

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