RANCHI : कुछ दिन पहले ही प्रदेश में अपनी सरकार के चार साल पूरे होने का जश्न मनाने के बाद झारखंड की झामुमो सरकार पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। बताया जा रहा है कि प्रदेश में चार साल तक सरकार चलाने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी कुर्सी छोड़ सकते हैं। जिसको लेकर चर्चा के लिए आज सीएम आवास पर पार्टी नेताओं की आपात बैठक बुलाई गई है। जानकारी के अनुसार, यह बैठक बुधवार को शाम साढ़े चार बजे होगी। इसकी अध्यक्षता खुद सीएम हेमंत सोरेन करेंगे।
दरअसल, नए साल के पहले दिन ही गांडेय विधानसभा सीट से विधायक सरफराज अहमद ने इस्तीफा दे दिया था। ऐसे में यह कयास लगाया जा रहा था कि इस सीट से मुख्यमंत्री अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को चुनाव लड़ा सकते हैं। बीजेपी का दावा है कि हेमंत सोरेन पत्नी को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। इसलिए ही गांडेय सीट के विधायक का इस्तीफा लिया गया है।
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि सीएम सोरेन को ईडी का समन मिलने के बाद जल्द ही झारखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे और उनकी पत्नी कल्पना सत्ता संभालेंगी
गिरफ्तार हो सकते हैं सोरेन
सोरेन पर खनन का पट्टा हासिल करने का आरोप है। जिसको लेकर ईडी के सातवें एवं आखिरी समन की डेडलाइन 31 दिसंबर, 2023 तक सीएम हेमंत सोरेन की ओर से कोई जवाब नहीं देने के बाद अब संभावना जताई जा रही है कि उनकी गिरफ्तारी हो सकती है। इस संबंध में ईडी जल्द ही वारंट के लिए अपील कर सकती है। ऐसे में प्रदेश की गद्दी हेमंत सोरेन पत्नी को सौंप सकते हैं। अगर सोरेन सीएम बनती हैं तो वह प्रदेश की पहली सीएम होंगी।