बिहार में 25 जनवरी तक हो सकता है बड़ा सियासी उलटफेर, जीतनराम मांझी ने दिया संकेत, विधायकों को खास निर्देश

पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क्या आने वाले दिनों एनडीए के साथ हो जाएंगे. उन्हें लेकर चल रही अटकलबाजियों के बीच सियासतदानों की टिप्पणियां भी कई तरह के संकेत दे रही है. पिछले दिनों ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से सवाल किया गया था कि नीतीश कुमार जैसे नेता अगर एनडीए में आना चाहेंगे तो क्या उन्हें शामिल किया जाएगा. इस पर अमित शाह ने कहा था कि सियासत तो और जो से नहीं चलती. अगर ऐसा कोई प्रस्ताव आएगा तो विचार किया जाएगा. उनके इस बयान से भी बल मिला कि नीतीश कुमार को लेकर एनडीए में भीतरखाने कोई खिचड़ी पक रही है. इन सबके बीच अब बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी एक और अहम संकेत दिया है.
मांझी ने शुक्रवार को अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर बड़े सियासी उलटफेर की अटकलों को हवा दिया है. उन्होंने लिखा है, ‘दिल्ली में रहने के बावजूद बिहार के वर्तमान राजनैतिक हालात पर मेरी नजर है। राज्य के राजनैतिक हालात को ध्यान में रखते हुए मैंने अपने सभी माननीय विधायकों को आगामी 25 जनवरी तक पटना में ही रहने का निर्देश दिया है। जो भी हो राज्यहित में होगा। जय बिहार….’ मांझी के इस बयान को बेहद अहम माना जा रहा है कि शायद बिहार में सियासी उलटफेर का कोई खेल हो सकता है.
इसके पहले जीतन राम मांझी की दिल्ली में चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात हुई थी. तीनों नेताओं ने चिराग के घर में मुलाकात की और साथ ही रात का खाना खाया. सूत्रों के अनुसार इस मुलाकात के पीछे मूल कारण बिहार को लेकर आगे की रणनीति बनाना था. बिहार में अगर नीतीश फिर से एनडीए के साथ होते हैं तो उस स्थिति में इन तीनों नेताओं की क्या भूमिका होगा. तीनों कितने सीटों पर चुनाव लड़ने को लेकर दावा करें और नीतीश कुमार से कैसे सामंजस्य बैठाएं इन मुद्दों पर बात होने की खबर है. हालांकि मांझी सहित चिराग और कुशवाहा ने मुलाकात में इन बातों के होने को नकारा है.
इन सबके बीच अब मांझी ने अपने दल के विधायकों को पटना में ही रहने का निर्देश दे दिया है. साथ ही यह भी कहा है कि ‘दिल्ली में रहने के बावजूद बिहार के वर्तमान राजनैतिक हालात पर उनकी नजर है. ऐसे में आगे आने वाले दिनों में बिहार की सियासत से किसी बड़े उलटफेर को लेकर मांझी ने फिर से संकेत दिया है.