अल्कोहल जांच में गड़बड़ झाला,अस्पताल में जांच रिपोर्ट में मिला नॉट अल्कोहल, उत्पाद अधीक्षक कार्यालय में जांच पॉजिटिव

MOTIHARI : सरकार शराबबंदी को शतप्रतिशत लागू करने के लिए सख्त से सख्त कानून बनाने से लेकर कार्रवाई का निर्देश दे रही है. पुलिस भी दिनरात एक कर लगातार छापेमारी कर शराब बरामद कर रही है. वही पियक्कड़ को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजने में जुटी है. लेकिन पुलिस की इस कार्रवाई पर अस्पताल प्रबंधन जांच के नाम पर खेल कर पानी फेर रहे है. पुलिस शराब के नशे में पकड़कर तुरन्त अस्पताल ले जाकर अल्कोहल की जांच कराती है. जांच रिपोर्ट में अल्कोहल की पुष्टि होने पर पुलिस उक्त व्यक्ति पर शराब अधिनियम के तहत कार्रवाई करती है. लेकिन जिस जांच पर पुलिस कार्रवाई करती है. उसी में खेल हो जाये तो सरकार की शराबबंदी का क्या होगा. जानकारी के अनुसार अरेराज ओपी थाना पुलिस ने मंगलवार को गुप्त सूचना पर प्रखंड परिसर के पास पंचायत चुनाव के लिए शपथ पत्र पर लगाने के लिए कटाए जा रहे टिकट के लाइन से सात युवको को नशे के हालत में हिरासत में लिया. सभी युवको को पुलिस अनुमंडलीय अस्पताल में अल्कोहल जांच के लिए ले गयी. अस्पताल में उपस्थित डॉक्टर द्वारा एक युवक लालन पटेल का रिपोर्ट अल्कोहल पॉजिटिव दिया गया. बाकी छह युवको का रिपोर्ट अल्कोहल निगेटिव दिया गया. पुलिस जांच के बाद भी तीन और युवक को नशे के हालत में देखकर जांच पर संदेह हुआ. सर्किल इंस्पेक्टर द्वारा अस्पताल के जांच पर संदेह हुआ तो ओपी थाना को जिला उत्पाद अधीक्षक कार्यालय में जांच कराने का निर्देश दिया गया. ओपी थाना पुलिस द्वारा उत्पाद अधीक्षक कार्यालय में जांच कराया गया तो चार युवकों का रिपोर्ट अल्कोहल पॉजिटिव आया. सबसे रोचक बात तो यह है कि अस्पताल जिस युवक ललन पटेल का रिपोर्ट अल्कोहल पॉजिटव दिया था. उसका उत्पाद अधीक्षक कार्यालय में जांच रिपोर्ट में सबसे कम 13.05 प्रतिशत अल्कोहल पाया गया. जबकि अस्पताल जिसका रिपोर्ट नॉट अल्कोहल दिया था. उसका रिपोर्ट उत्पाद अधीक्षक कार्यालय में दुर्गेश गिरी 37 ,संजय ठाकुर 34.01,अंगेश कुमार 15.07 प्रतिशत अल्कोहल पाया गया. 

सूत्रों की माने तो अस्पताल में अल्कोहल जांच के नाम पर बड़ा खेल होते रहा है. पुलिस के नशे की हालत में लोगो को अस्पताल लेकर पहुचते ही खेल शुरू हो जाता है. सेट होते ही रिपोर्ट में हेरा फेरी शुरू हो जाती है. सर्किल इंस्पेक्टर उपेंद्र कुमार ने बताया कि एक माह पूर्व दो युवक को नशे की हालत में पकड़कर हरसिद्धि पुलिस को दिया गया. लेकिन अस्पताल प्रबंधन द्वारा उसे नॉन एल्कोहल का रिपोर्ट दिया गया. जिससे दोनों युवक छूट गए. ओपी थाना पुलिस उत्पाद अधीक्षक कार्यालय के रिपोर्ट पर पकड़े गए हरसिद्धि थाना क्षेत्र के मठलोहियर के चारो युवक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. नशे की हालत में अस्पताल में जांच में नॉन अल्कोहल का रिपोर्ट देना बहुत ही गंभीर मामला है. डॉक्टर पर कार्रवाई के लिए पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजने की बात कही गई .

इस संबंध में अस्पताल  उपाधीक्षक डॉ उज्वल कुमार ने बताया कि अस्पताल में ब्रेथ एनेनजर मशीन नही है. मुंह के गंध से जांच किया जाता है. डाक्टर के जांच में नही आया होगा इसलिए रिपोर्ट नान अल्कोहल दिया गया होगा. बिना ब्रेथ एनेनजर मशीन में एक्यूरेट जांच रिपोर्ट संभव नही है. 

मोतिहारी से हिमांशु की रिपोर्ट