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सारण की यह छह परियोजनाएं खोल देगी विकास का मार्ग, जिलाधिकारी ने सभी परियोजनाओं में रफ्तार लाने के लिए अधिकारियों को दिया टास्क

सारण की यह छह परियोजनाएं खोल देगी  विकास का मार्ग, जिलाधिकारी ने सभी परियोजनाओं में रफ्तार लाने के लिए अधिकारियों को दिया टास्क

छपरा- आने वाले 24 महीने सारण की विकास की कुछ ऐसी गाथा लिखेंगी की सारणवासी अपने आपको गौरवान्वित  महसूस करेंगे. सारण में एक साथ कई परियोजनाएं चल रही हैं. लेकिन कुछ ऐसी परियोजनाएं हैं जो सारण के विकास की रफ्तार को तेज कर देंगे. इनमें छह सड़क परियोजनाओं का नाम सबसे ऊपर है. हालांकि एक दो परियोजनाएं ऐसी हैं जो काफी लंबी खिंची और सारण वासियों के लिए यह सुविधा कम दुविधा अधिक साबित हुई बावजूद आने वाले महीने अब बेहतर साबित होंगे. आईए जानते हैं कि सारण में कौन-कौन सी परियोजनाएं तेजी से आगे बढ़ रही हैं.

राम जानकी पथ 

उत्तर प्रदेश, बिहार और नेपाल को जोड़ने वाला राम-जानकी पथ के पहले चरण का निर्माण कार्य अब शुरू होने वाला है. राम-जानकी मार्ग के पहले फेज के रूप में बिहार के सीवान से मशरख तक कुल 50 किमी लंबाई की फोर लेन सड़क बनेगी. इस पर कुल 1027 करोड़ रुपये खर्च होंगे.  "राम जानकी पथ" के निर्माण के लिए प्रस्तावित भूमि के लिए स्वीकृत 27 करोड़ के आवंटन के विरुद्ध 11 करोड़ का मुआवजा भुगतान कर दिया गया है.  कुल आठ मौजा में से चार मौजा में ट्रेंच कटिंग कराकर भौतिक दखल कब्जा एन एच एआई  को सौंप दिया गया है, जहां कार्यकारी एजेंसी को निर्माण कार्य करने में कोई व्यवधान नहीं रह गया है. यानी जल्द ही सारण से राम जानकी पथ गुजरता नजर आएगा. 

भारतमाला प्रोजेक्ट:

भारतमाला प्रोजेक्ट में पटना से वैशाली की 45 किमी की दूरी मात्र 30 मिनट में तय हो जाएगी,

 पटना एम्स से वैशाली तक फोरलेन हाई-वे बनाने का रास्ता साफ हो गया है. जेपी सेतु के सोनपुर एप्रोच रोड से वैशाली (अदलवारी-मानिकपुर) तक हाईवे निर्माण  शुरू हो गया है. सारण जिले में इस हाईवे का हिस्सा 16 किमी पड़ रहा है, जिसके तहत सोनपुर अंचल के गोविंदचक, बाकरपुर, चितरसेनपुर, मखदुमपुर, शिकारपुर और दरियापुर अंचल के खुशहालपुर, मनगरपाल मुर्तुजा, मनगरपाल नूरां, मानपुर गांव आता है.इस हाईवे का मुख्य मकसद बुद्ध सर्किट के दो महत्वपूर्ण जगह वैशाली और केसरिया को राजधानी पटना से जोड़ना है. इस परियोजना के लिए प्रस्तावित सभी 22 गांव की जमीन पर दखल कब्जा 22 जुलाई को एन एच ए आई के परियोजना निदेशक पटना को सौंप दिया गया है.

एन एच_19 फोरलेन परियोजना 

इस परियोजना के अंतर्गत पिछले 10 सालों से पेंडिंग चल रहे री_ एलाइनमेंट के भाग हेवंतपुर, मानपुर ,मनोहरपुर ,सुमेरपट्टी, शीतलपुर भाग में अधिकतर जमीन मालिक को का मुआवजा भुगतान कर भौतिक दखल कब्जा निर्माण एजेंसी को सौंप दिया गया है तथा निर्माण कार्य बहाल कर लिया गया है. वर्तमान में सड़क का एक लेन प्रारंभ कर दिया गया है तथा दूसरे लेन का निर्माण अंतिम चरण में है. कार्यकारी एजेंसी को निर्माण कार्य करने में अब कोई समस्या नहीं रह गया है. जल्द ही गाजीपुर से हाजीपुर और पटना जाने के लिए सबसे सुलभ और सबसे बेहतर मार्ग साबित होगा.

रिवील गंज बाईपास सड़क परियोजना 

इस परियोजना के तहत कुल प्रकलित राशि 50 करोड़ के विरुद्ध 33 करोड़ का भुगतान कर दिया गया है और परियोजना के पूर्ण एलाइनमेंट का ट्रेंच कटिंग कर दिया गया है तथा संपूर्ण भाग पर मिटटी करण का कार्य कर दिया गया है .वर्तमान में स्थल पर निर्माण कार्य निर्बाध रूप से हो रहा है. इसी कड़ी में रिवील गंज बिशनपुरा बाईपास फोरलेन सड़क निर्माण कार्य के लिए भी जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इससे रिवील गंज नगर निकाय को जाम की समस्या से निजात मिलेगी साथ ही उत्तर प्रदेश से बिहार का कनेक्शन सीधे तौर पर जुड़ जाएगा. 

एन एच 31, गाजीपुर_ बलिया_ माझी सड़क परियोजना 

इस परियोजना के तहत प्रस्तावित संरचनाओं को खाली कर भौतिक दखल कब जा नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया आजमगढ़ को सौंप दिया गया है जहां निर्माण का निर्वाण रूप से चल रहा है. इस परियोजना के पूरा हो जाने के बाद बलिया से छपरा आना काफी आसान हो जाएगा और सारणवासियों के लिए उत्तर प्रदेश से सीधा कनेक्शन हो जाएगा. इस परियोजना के पूरा होने के बाद सारण की कई बड़ी सड़के एक दूसरे से कनेक्ट हो जाएंगे और फिर उत्तर प्रदेश के सभी जिलों से वाहनों का आवागमन शुरू हो जाएगा

डबल डेकर फ्लाईओवर निर्माण परियोजना 

इस योजना के अंतर्गत भू अर्जन अधिनियम 2013 के तहत प्रस्तावित भूखंडों एवं संरचनाओं का धारा 26 के तहत सक्षम प्राधिकार से दर निर्धारण कल ते हुए प्राक्कलन स्वीकृत कर दिया गया है तत्पश्चात स्वीकृत प्रकरण के विरुद्ध सभी जमीन मालिकों को नोटिस एवं नियम अनुसार भुगतान कर दखल कब्जा संबंधित विभाग को भेज दिया गया है. एशिया के दूसरे सबसे बड़े इस डबल डेकर कल का निर्माण हो जाने के बाद सारण भारत के मानचित्र पर एक अलग स्थान बना लेगा. छपरा शहर के लोगों को जाम से निजात मिलेगी और एक बेहतर पुल सुविधा भी मिल जाएगी.

क्या कहते हैं जिलाधिकारी 

जिलाधिकारी अमन समीर ने कहा कि सभी परियोजनाओं की कार्य प्रगति की प्रतिदिन की रिपोर्ट ली जा रही है. आने वाले कुछ महीनो में कई परियोजनाएं पूरी होती नजर आएंगी और सारण का विकास तेजी से होता नजर आएगा.

रिपोर्ट- संजय भारद्वाज 


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