SHAHJAHANPUR : शादियों का सीजन शुरू हो गया है। हर शहर, गली-मोहल्लों में बैंडबाजों की आवाजें सुनी जा सकती है। लेकिन इन शादियों में कुछ ऐसी भी होती है, जिनकी खूब चर्चा होती है। ऐसी ही एक शादी हुई है यूपी के शाहजहांपुर के काकोरी एक्शन में रहनेवाले दिव्यांग शिक्षक शरद सिंह की। इस शादी की चर्चा इसलिए हो रही है कि क्योंकि दूल्हा बने शरद सिंह जन्म से लड़का नहीं था, बल्कि लड़की था। लेकिन ऑपरेशन के बाद उन्होंने अपना जेंडर चेंज करवा लिया और बीते गुरूवार को विवाह के बंधन में बंध गए। उनकी बरात धूमधाम से निकली। बैंड-बाजे की धुन पर बराती जमकर नाचे। लोगों ने नवदंपती को आशीर्वाद भी दिया। बुधवार को डीएम उमेश प्रताप सिंह ने भी शरद सिंह को विवाह की शुभकामनाएं दी थीं।
दरअसल, पिछले कुछ सालों में लोगों के बीच अपना जेंडर चेंज कराने का प्रचलन तेजी से बढ़ा है। जिसमें कोई लड़की से लड़का बन रहा है, वहीं कोई लड़के से लड़की बन रहा है। यूपी के शाहजहांपुर जिले में काकोरी एक्शन में रहनेवाले अमर नायक ठाकुर रोशन सिंह की प्रपौत्री सरिता सिंह ऐसे ही लोगों में शामिल है, सरिता का जन्म लड़की में हुआ, लेकिन उसके सारे लक्षण लड़के वालों तरह थे।
शरद सिंह के लिए लड़की से लड़का बनने का फैसला आसान नहीं रहा। उन्होंने बताया कि बचपन से उनमें सारे गुण पुरुषों की तरह थे। शिक्षक पद पर नौकरी लगने के बाद उन्होंने अपना लिंग परिवर्तन (जेंडर चेंज) कराने का फैसला लिया था।
उन्होंने बताया कि जेंडर बदलवाने का फैसला उनके लिए आसान नहीं था। परिवार के बाकी सदस्य का साथ मिला, लेकिन शुरुआत में उनकी मां फैसले के विरोध में थीं। बाद में उन्होंने भी साथ दिया। जेंडर बदलवाने से पहले उन्होंने काउंसलिंग का सहारा लिया।
राजकीय मेडिकल कॉलेज के मानसिक रोग विभाग में काउंसलिंग के बाद लखनऊ में हार्मोनल थेरेपी से उनके शरीर में परिवर्तन आ गए। इस प्रक्रिया के बाद उन्होंने साल 2021 में विशेषज्ञ चिकित्सकों से सर्जरी करवाई। ऑपरेशन के बाद सरिता उर्फ शरद की दाढ़ी-मूंछ भी आ गईं हैं। उन्होंने अपना जेंडर बदलवाने के लिए बीएसए कार्यालय में पत्राचार किया। प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद उनकी सर्विस बुक में जेंडर बदल दिया गया है।