शराब से हुई मौत के लिए सत्ता के शीर्ष पर जो बैठे हैं वह जिम्मेदार, बोले सुधाकर सिंह - प्रतिबंध लगाना मानसिक दिवालियापन

PATNA : जहरीली शराब पीने से मशरख में हुई एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत के बाद बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। जहां विधानमंडल में सदन के अंदर सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे के खिलाफ आग उगलते हुए नजर आए। वही स्थिति सदन के बाहर भी नजर आई। जहां भाजपा मौत को लेकर नीतीश सरकार से जवाब मांग रही थी, वहीं दूसरी तरफ राजद विधायक सुधाकर सिंह भी मौतों को लेकर मौजूदा सरकार को जिम्मेदार बताते हुए नजर आए। 

सुधाकर सिंह ने कहा कि बिहार में सिर्फ कागजों में शराबबंदी कानून लागू है। असलियत में यह किसी भी दिन, किसी क्षण बंद नहीं है। हजारों लोग शराब पीने के आरोप में हजारों गरीब लोग जेल में बंद हैं, जो शराबबंदी की हकीकत को बताता है। सवाल यह है कि बिहार में शराबबंदी है तो लोग पीते कैसे हैं। यह सवाल तब उठता है, जब जहरीली शराब से लोगों की मौत हो जाती है।

सत्ता में बैठे लोग कर रहे षडयंत्र

सुधाकर सिंह ने सीधे-सीधे सत्ता में बैठे हुए लोगों को इन मौतों के लिए जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे लोग जहरीली शराब से लोगों को मारने का षडयंत्र रच रहे हैं। जिसमें उन्हें कामयाबी मिलती रही है। अब तक कई बार इस पर सदन और सदन के बाहर इसका विरोध किया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। सुधाकर सिंह ने इशारों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता के शीर्ष पर जो बैठे हैं. वह इसके लिए जिम्मेदार हैं। वह संरक्षण भी देते हैं और राजनैतिक फंडिंग भी हासिल करते हैं। 

हर थाने में एक छोटा दारोगा रखा गया

सुधाकर सिंह ने कहा कि शराबबंदी को संभालने के लिए सरकार ने हर थाने में एक छोटा दारोगा नियुक्त कर रखा है, जो पूरे नेटवर्क को संचालित करता है। विधानमंडल में मिली शराब की बोतलों को लेकर आज तक कोई जांच रिपोर्ट नहीं आई। समझा जा सकता है कि सरकार की मंशा कैसी है।

दिवालियापन है प्रतिबंध लगाना

सुधाकर सिंह ने शराबबंदी के फैसले को मानसिक दिवालियापन बताया। उन्होंने कहा कि खाने पीने की चीजों पर प्रतिबंधन नहीं लगाया जा सकता है। शराबबंदी को सफल बनाने के लिए लोगों को जागरुक करने की जरुरत है। उनका काउंसलिंग किया जाए और बताया जाए कि स्वास्थ्य के लिए कितना खतरनाक है।

डेवलेपमेंट का पैसा इन कामों में हो रहा खर्च

रामगढ़ के विधायक सुधाकर सिंह ने कहा जनता का पैसा प्रदेश के लिए मिलता है। लेकिन सरकार सिर्फ जेल बनाने और न्यायिक व्यवस्था को बनाने में ही पैसे खर्च रही है। सरकारें ऐसे नहीं चलती है। आप जनता का पैसा ऐसे बर्बाद नही कर सकते हैं। सरकार का काम होता है कम खर्च में ज्यादा डेवलमेंट कराए।