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चारधाम यात्रा करने वाले हो जाएं सावधान, 23 तीर्थ यात्रियों की हो चुकी है मौत, सरकार की बढ़ी चिंता

चारधाम यात्रा करने वाले हो जाएं सावधान, 23 तीर्थ यात्रियों की हो चुकी है मौत, सरकार की बढ़ी चिंता

DESK. चारधाम यात्रा शुरू होते ही इस बार अचानक से तीर्थ यात्रियों के स्वास्थ्य बिगड़ने और उनकी मौत होने की घटनाओं में अप्रत्याशित तेजी हुई है. इसने उत्तराखंड सरकार की चिंता बढ़ा दी है. यात्रा शुरू हुए अभी पखवाडा भी नहीं बीता है और बताया गया कि चारधाम यात्रा में अभी तक 23 यात्रियों की अचानक मौत हो गई. यमुनोत्री धाम में दस, केदारनाथ में आठ, गंगोत्री में तीन, बद्रीनाथ में दो तीर्थयात्रियों की मौत हुई है. 

तीर्थ यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने का दावा करने के बाद भी इतनी बड़ी संख्या में हो रही मौतों ने उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है. आनन फानन में स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. शैलेजा भट्ट ने मुख्य चिकित्साधिकारी के साथ सेवाओं की समीक्षा की. साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली जिले के सीएमओ से रिपोर्ट मांगी है. विभाग की ओर से बताया गया कि मौत हार्ट अटैक, हाइपरटेंशन और अन्य बीमारियों की वजह से हुई है.

चारधाम यात्रा वाले मार्ग से संबंधित जिलों के सीएमओ को यह निर्देशित किया गया कि किसी भी स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं में कमी न रहे. चारधाम यात्रा में अभी तक 23 यात्रियों की अचानक मौत हो गई थी. हैरानी की बात है कि इनमें से किसी की भी मौत अस्पताल में नहीं हुई थी. मौत से पहले किसी भी यात्री को गंभीर हालत में चिकित्सालय पर उपचार के लिए नहीं लाया गया था. 

जिन लोगों की मौत इस दौरान हुई है उसमें 17 पुरुष और छह महिला यात्री शामिल है. इसमें से 5 मृतकों की उम्र 45 वर्ष से कम है और 18 की उम्र 50 साल से भी अधिक है. तीर्थयात्रियों की मौत हुई है उनके संभावित कारणों को लेकर भी विमर्श जारी है. इसमें आकस्मिक ह्रदयघात, हाईपरटेंशन और अन्य बीमारियों से ग्रसित होना बताया जा रहा है. केदारनाथ यात्रा मार्ग को लेकर 8 स्थायी चिकित्सालय, 14 अस्थाई मेडिकल रिलीफ पोस्ट बनाए गए हैं. इसी के साथ गंगोत्री मार्ग में 10 स्थायी चिकित्सालय, 3 अस्थाई मेडिकल रिलीफ पोस्ट, बद्रीनाथ मार्ग पर 19 स्थायी चिकित्सालय व 2 अस्थाई मेडिकल रिलीफ पोस्ट बनाए गए हैं. इसी के साथ यमुनोत्री मार्ग पर 11 स्थायी चिकित्सालय और 4 अस्थाई मेडिकल रिलीफ पोस्ट कार्य कर रहे हैं.

वहीं स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों का कहना है कि हिमालय के दुर्गम मौसम के कारण कई लोगों का स्वास्थ्य अचानक से बिगड़ जाता है. इस दौरान अगर समय पर अपनी स्थिति का पता न चल पाए तो कई लोगों की मौतों भी हो जाती है. ऐसे में चार धाम यात्रा करने वालों से उचित सुरक्षा इंतजाम का ध्यान रखने और स्वास्थ्य संबधित कोई परेशानी होने पर तत्काल उपचार लेने को कहा गया है. 


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