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लाखों का इनामी नक्सली संदीप यादव के ब्रह्मभोज में जुटे हजारों लोग, सुरक्षाबलों ने आई कार्ड मांगा तो बदल गया पूरा नजारा

लाखों का इनामी नक्सली संदीप यादव के ब्रह्मभोज में जुटे हजारों लोग, सुरक्षाबलों ने आई कार्ड मांगा तो बदल गया पूरा नजारा

GAYA : गया प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के सेंट्रल कमेटी के मेंबर बिहार प्रमुख रहे बड़े साहब के नाम से चर्चित विजय यादव उर्फ संदीप यादव की मौत के बाद ब्रह्मभोज आयोजन हुआ। ब्रह्मभोज में हजारों लोग शामिल हुए। हालांकि पुलिस प्रशासन की ओर से  उनके घर पर काफी संख्या सुरक्षाबल लगाए। आने जाने वाले लोगों पर सुरक्षाबलो की पैनी नजर रही। 

आई कार्ड मांगते सब हो गए किनारे

मृतक संदीप यादव के ब्रह्मभोज में आने वाले लोगों से सुरक्षाबलों के द्वारा आईडी कार्ड आधार कार्ड आदि मांगे जाने पर डर कर लौट कर भी चले गए। लोग पुलिसिया पचड़े से बचना चाह रहे थे। गया जिले के बांके बाजार प्रखंड अंतर्गत लूटुआ थाना क्षेत्र के बाबूराम डीह गांव में संदीप यादव के पैतृक मकान पर ब्रह्मभोज कार्यक्रम संध्या के 4:00 बजे से देर रात्रि तक चलता रहा। इस दौरान कोबरा सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस की कड़ी निगाहें बनी रही। हर आने जाने वालों की जांच की जा रही थी। इसी स्थिति के कारण भयभीत होकर भी काफी संख्या में लोग लौट गए। 

वहीं ब्रह्मभोज में आने वाले लोगों ने विजय यादव संजीव यादव के चित्र पर पुष्प अर्पित किए और श्रद्धांजलि दी। बताया जा रहा है कि इसमें नक्सली संगठन के लोग भी काफी संख्या में शरीक हुए। काफी गोपनीय तरीके से संगठन के लोग शामिल होने को आए थे।

परिवार ने जताई नाराजगी

वही इस संबंध में नक्सली नेता रहे संदीप यादव के पिता ने बताया कि सब कुछ शांति पूर्वक चलने के बावजूद पुलिस प्रशासन ने ऐसा किया है। उन्होंने यह भी कहा हमारे घर पर काफी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया जिसके डर से बहुत लोग नही आ रहे हैं।  वहीं पुत्र ने कहा कि जब सब कुछ खत्म हो गया तो फिर इस तरह की निगरानी क्यों की जा रही है।  हालांकि मौके पर रहे लुटुआ थानाध्यक्ष सर्व नारायण ने किसी प्रकार की जबरदस्ती करने के आरोप से इनकार किया है।

बता दें कि पिछले दिनों तीन दशक से भी ज्यादा समय से फरार चल रहे कुख्यात नकस्ली संदीप यादव की लाश उनके गांव के पास एक जंगल में संदिग्ध स्थिति में मिली थी। अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि उसकी मौत कैसे हुई थी। संदीप यादव को बिहार झारखंड सहित कई राज्यों की पुलिस तलाश कर रही थी। उसकी गिरफ्तारी पर 84 लाख का इनाम घोषित किया गया था।

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