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भूमि सुधार व राजस्व मंत्री को फोन पर मिली जान से मारने की धमकी, थाने में शिकायत का दावा

भूमि सुधार व राजस्व मंत्री को फोन पर मिली जान से मारने की धमकी, थाने में शिकायत का दावा

PATNA : सवर्णों को अंग्रेजों का दलाल बताने को लेकर पिछले कुछ दिनों से बिहार की राजनीति में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता चर्चा में है। जिसमें एक खास तौर पर एक जाति विशेष पर की गई विवादित टिप्पणी के बाद अब मंत्री जी को धमकियां मिलनी शुरू हो गई है। जिसकी लिखित शिकायत उन्होंने सचिवालय थाना मे की है।

अपनी शिकायत में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता ने लिखा है कि उन्हें जान से मारने की धमकी मिली है। धमकी उनके पर्सनल मोबाइल नम्बर पर कॉल करके दी गई है। यही नहीं, मंत्री को फोन पर गंदी गालियां दी गई हैं। उन्हें जाति सूचक शब्द कहे गए हैं। इस घटना के बाद से मंत्री आलोक कुमार मेहता और उनके करीबी टेंशन में आ गए हैं। इस मामले की प्रॉपर जांच करने के साथ ही पटना पुलिस से उचित सुरक्षा की मांग मंत्री की तरफ से की गई है।

कॉल करने का नाम भी बताया

3:14 मिनट पर आया था कॉलमंत्री को उनके ही नम्बर पर कॉल कर जान से मारने की धमकी देने का यह मामला सोमवार का है। दोपहर बाद 3 बजकर 14 मिनट पर उनके पर्सनल मोबाइल नम्बर पर 9140245089 से पहला कॉल आया था। इस नम्बर से कॉल करने वाले ने मंत्री के साथ अभद्रता से बात की। उन्हें धमकी दी। जब इस नम्बर को ट्रु कॉलर पर चेक किया गया तो दीपक पांडेय का नाम शो किया। जब कॉलर धमकी दे रहा था तब मंत्री ने कॉल काट दिया। इसके बाद भी कई बार उसी नम्बर से कॉल आया। पर मंत्री ने दोबारा कॉल रिसीव नहीं किया। कुछ देर बाद दूसरे नम्बर 9648076657 से कॉल आने लगा। ट्रु कॉलर के जरिए पप्पू त्रिपाठी का नाम डिस्प्ले हो रहा था।

जान मारने की धमकी मिलने के बाद से मंत्री के परिवार के लोग भी डरे हुए हैं। आलोक कुमार मेहता राजद के नेता हैं। इस मामले के सामने आने के बाद से पार्टी की तरफ से भी चिंता जाहिर की गई है। मंत्री की तरफ से दावा किया गया है कि उनकी तरफ से इस मामले की जांच कर धमकी देने वाले कि पहचान करने व कानूनी कार्रवाई करने में लिए पटना के सचिवालय थाना में लिखित शिकायत कर दी गई है।

पुलिस कर रही इनकार

जहां मंत्री जी की तरफ से यह कहा जा रहा है कि उन्होंन थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। वहीं हैरानी वाली बात ये है कि देर रात तक पुलिस इस मामले को कंफर्म नहीं कर पाई। सचिवालय थाना की पुलिस ने कहा कि उन्हें अब तक कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। जैसे ही शिकायत मिलेगी, पुलिस अपनी पड़ताल शुरू कर देगी।


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