GOPALGANJ : जिले के एसपी स्वर्ण प्रभात ने जिले में ह्यूमन ट्रैफिकिंग पर रोक लगाने को लेकर एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम का गठन किया। जिसमे एक पुलिस निरीक्षक, एक सब इंस्पेक्टर, एक एएसआई, दो पुरुष सिपाही एवं दो महिला सिपाही की प्रतिनियुक्ति की गई है।
दरअसल इस संदर्भ में एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि आए दिन बच्चों, महिलाओं और युवकों को तरह-तरह के प्रलोभन देकर जबरन मजदूरी कराना, भीख मंगवाना, अपराध करवाना, अंग निकालना, नकली दवाई की तस्करी करने जैसे अपराध की घटनाएं बढ़ रही हैं। इन अपराधों को रोकने और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए यह एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट का गठित किया गया है।
उन्होंने बताया कि यूनिट का मुख्य कार्य मानव तस्करी के मामलों की जांच करना, पीड़ितों को बचाना और उन्हें न्याय दिलाना होगा। इसके अलावा, यूनिट मानव तस्करी के बारे में जागरूकता फैलाने का भी काम करेगी। एसपी ने बताया कि यूनिट के सदस्यों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। वे मानव तस्करी के मामलों की जांच करने के लिए आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करेंगे।
साथ ही उन्होंने बताया कि इस यूनिट के माध्यम से ह्यूमन ट्रैफिकिंग कानून का कड़ाई से पालन कराएगी । ऐसा भी देखा गया है कि यहां आर्केस्ट्रा का चलन है। इसमें कई लड़कियां बंगाल और नेपाल से मंगाई जाती है। उनका सत्यापन कराया जाएगा कि वह अपनी इच्छा से काम करती है या जबरन कराया जा रहा है। कई बार ऐसी शिकायते आती है कि ऐसी लड़कियों के परिजन पुलिस के पास आते है और उनके द्वारा किए गए शिकायत पर पुलिस उन लड़कियों को मुक्त कराती है।
यूनिट के गठन से उम्मीद
मानव तस्करी एक गंभीर अपराध है। यह पीड़ितों के जीवन को बर्बाद कर देता है। गोपालगंज में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के गठन से उम्मीद है कि इस अपराध पर रोक लगाने में मदद मिलेगी।