VARANASI : रेलवे में अक्सर यह खबर सुनने को मिलती है कि ओएचई टूटने के कारण ट्रेन सेवा ठप हो गई। लेकिन ऐसा शायद ही कभी सुनने को मिला है कि ट्रेन रोकने के लिए जानबुझकर ओएचई में बिजली सप्लाई बंद कर दी गई हो। वाराणसी में कुछ ऐसी ही घटना सामने आई है। बताया गया बड़े ट्रेन हादसे को रोकने के लिए कंट्रोल बोर्ड को यह निर्णय लेना पड़ा। जिससे हजारों यात्रियों की जान बच गई।
बताया जाता है वाराणसी से नई दिल्ली तक कही जाने वाली वीआईपी ट्रेन शिवगंगा एक्सप्रेस साम्हो व भरथना के बीच सुबह 7:15 बजे गुजर रही थी। घना कोहरा के कारण चालक ने रेड नहीं देखा और गाड़ी उससे आगे बढ़ गई। केबिनमैन और गार्ड को पता चल गया कि गाड़ी रेड सिग्नल को पार कर गई है। वॉकी-टॉकी से ड्राइवर और कंट्रोल रूम तक इसकी सूचना पहुंच गई।
एक तरफ ड्राइवर ने ब्रेक मारकर ट्रेन को रोका तो दूसरी तरफ सतर्कता बरतते हुए ओएचई काटकर बिजली सप्लाई ठप कर दी गई। इस दौरान ढाई घंटे तक ट्रेन भरथना स्टेशन पर खड़ी रही। इसके बाद दूसरे ड्राइवर और गार्ड के आने के बाद सुबह 9:34 बजे ट्रेन रवाना हो सकी। हादसा टलने पर रेलवे अफसरों ने राहत की सांस ली।
इस दौरान दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग की अप लाइन आधे घंटे तक ठप रही। उत्तर मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अमित सिंह के मुताबिक जांच कराई जा रही है कि किन कारणों से ट्रेन ने रेड सिग्नल को पार किया।