मुजफ्फरपुर-अमर शहीद खुदीराम बोस के बलिदान दिवस पर उन्हें याद किया गया. शहीद खुदीराम बोस को श्रद्धांजलि दी गई, उनके योगदान की चर्चा की गई . शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा मुजफ्फरपुर में स्थित फांसी स्थल पर आधी रात के बाद देश के सबसे युवा क्रन्तिकारी अमर शहीद खुदीराम बोस को फांसी दी गई थी. जिसके बाद से हर वर्ष मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन की ओर से शहादत दिवस के रूप में मनाया जाता है .
अमर शहीद खुदीराम बोस के शहादत मे आधी रात के बाद मुजफ्फरपुर जिले के सभी अधिकारी शहादत दिवस के रूप में मानते हैं और शाहिद के फांसी स्थल पर माल्यार्पण करने के बाद उन्हें सलामी दी जाती है.
इस दौरान शहीद खुदी राम बोस के गांव के लोग और उनके परिवार लोग भी शामिल होते हैं.जो नम आंखे से उन्हे श्रद्धांजलि देते हैं. उनके शहादत को लेकर सेंट्रल जेल स्थित फांसी स्थल पर रंगीन बल्ब से सजाया जाता है और आधी रात के बाद सेंट्रल जेल में शहादत दिवस के रुप मे मनाया जाता है.
डीएम सुब्रत सेन ने कहा खुदीराम बोस की बलिदान ने हमे देश के लिए कुछ करने का जज्बा दिखाया और आज वैसे शहीद के कारण ही देश में हम सुरक्षित है. उनके इस कम उम्र में शहादत देने से युवा पीढ़ी को सीख लेनी चाहिए कि देश के लिए जरूरत पड़े तो आगे आ सके.
रिपोर्ट- मणि भूषण शर्मा