दिसम्बर 2021 में देश में उच्चतम स्तर पर पहुंची बेरोजगारी, लेकिन बिहार से ज्यादा हरियाणा में बेरोजगारी

दिल्ली. बढ़ती बेरोजगारी के कारण मोदी सरकार पहले से ही विपक्ष के निशाने पर है और अब सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी (सीएमआईई) की ताजा रिपोर्ट ने मोदी सरकार की चिंता बढ़ा दी है. सीएमआईई की रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में बेरोजगारी दर तेजी से बढ़ने लगी है. दिसंबर 2021 में यह बढ़ कर पांच महीने के उच्चस्तर 7.91 प्रतिशत पर पहुंच चुकी है. 

सीएमआईई की माने तो देश में बेरोजगारी का दिसम्बर महीने का आंकड़ा अगस्त 2021 के बाद सर्वाधिक है. अगस्त महीने में बेरोजगारी दर 8.3 फीसदी थी. वहीं जून 2021 में बेरोजगारी दर 9.17 फीसदी थी. अब दिसम्बर महीने में बढ़ी बेरोजगारी दर इसलिए भी चिंतनीय है क्योंकि इस समय देश के कई हिस्सों में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर एक बार फिर रोजगार संकट का खतरा मंडरा रहा है. ऐसे में दिसम्बर महीने में बेरोजगारी बढ़ने की रिपोर्ट अब अगले महीनों के लिए ज्यादा बड़े संकट का इशारा है. 

सीएमआईई के अनुसार बीते दिसंबर में शहरों में बेरोजगारी दर 9.30 फीसदी के स्तर पर पहुंच गई है. यह नवंबर, 2021 में 8.21 फीसदी पर थी. वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी दर दिसंबर में 7.28 फीसदी रही जो अगस्त 2021 के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में 7.64 फीसदी थी. विश्लेषकों का कहना है कि कोरोना वायरस के चलते भारतीय इकोनॉमी में आगे भी सुस्ती देखी जा सकती है.

दिसंबर महीने के दौरान 34.1 फीसदी के साथ सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर हरियाणा में रही. वहीं महाराष्ट्र में 3.8 फीसदी के साथ बेरोजगारी दर सबसे कम रही. बिहार में बेरोजगारी दर 16 फीसदी तो झारखंड में 17.3 फीसदी रही. दिल्ली में बेरोजगारी की दर 9.8 फीसदी रिकार्ड की गई है.