उपेंद्र कुशवाहा को रास नहीं आया नीतीश का फैसला, तेजस्वी के नेतृत्व पर जताई आपत्ति, JDU के लिए बता दियाआत्मघाती कदम

पटना. तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव 2025 लड़ने का सीएम नीतीश कुमार का फैसला उनके ही नेता को रास नहीं आया है. जदयू के वरिष्ठ नेता उपेंद्र कुशवाहा ने सीएम नीतीश के फैसले पर हैरानी जताई है. उन्होंने यहां तक कहा है कि ऐसा निर्णय जदयू के आत्मघाती कदम होगा. साथ ही जदयू और राजद के विलय की खबरों को भी उन्होंने अफवाह करार दिया. 

मीडिया में उपेंद्र कुशवाहा का एक बयान आया है जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान से भिन्न राय प्रकट की है. उन्होंने कहा कि फ़िलहाल 2025 के विधानसभा चुनाव की कोई बात नहीं है. हमारा पूरा ध्यान 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर है. लोकसभा का चुनाव हम नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगे. फ़िलहाल विधानसभा चुनाव की बात नहीं करनी चाहिए. नीतीश कुमार ने एक दिन पहले ही कहा था कि अगले विधानसभा चुनाव का नेतृत्व तेजस्वी यादव करेंगे. उनके इस बयान से उपेंद्र कुशवाहा ने मतभिन्नता जाहिर की. 

उन्होंने यह भी कहा कि राजद और जदयू का विलय नहीं हो रहा है. ऐसा होना जदयू के लिए आत्मघाती कदम होगा. जदयू को करोड़ों गरीब-पिछड़ों के अरमानों की पार्टी करार देते हुए उन्होंने कहा कि इन दोनों दलों के विलय की कोई चर्चा नहीं है. ऐसा कुछ भी होना आत्मघाती होगा. उन्होंने साफ तौर पर अगले विधानसभा चुनाव का नेतृत्व तेजस्वी यादव को सौपने पर भी नाखुशी जाहिर की. 

दरअसल, नीतीश कुमार ने एक दिन पहले ही कहा था कि अगले विधानसभा चुनाव का नेतृत्व तेजस्वी यादव करेंगे. उनके इस बयान को सीधे तौर पर माना गया कि वे तेजस्वी को अपना उत्तराधिकारी बना रहे हैं.  साथ ही यह भी माना गया गया कि नीतीश अब राष्ट्रीय राजनीति पर ध्यान केंद्रित करेंगे. वे लोकसभा चुनाव में विपक्षी एकता के लिए प्रयास करेंगे. वहीं बिहार का जिम्मा तेजस्वी को देंगे. हालांकि नीतीश के बयान के बाद किसी अन्य जदयू नेता की ओर से कोई खास बयान नहीं आया लेकिन अब उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश के राय से अलग विचार व्यक्त किया है.